इतना बजट नहीं कि एक पोस्ट पर सड़क बनाने पहुंच जाएं', सीधी की वायरल वुमन लीला साहू की मांग पर बोले PWD मंत्री

मध्यप्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह इन दिनों सड़कों की हालत पर खुलकर अपनी बात रख रहे हैं। इससे वे सुर्खियां भी बटोर रहे हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश के सीधी जिले की गर्भवती महिला लीला साहू के वायरल वीडियो पर मंत्री राकेश सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे कई स्थान हैं जहां सड़क की मांग की जा रही है।

इतना बजट नहीं कि एक पोस्ट पर सड़क बनाने पहुंच जाएं', सीधी की वायरल वुमन लीला साहू की मांग पर बोले PWD मंत्री

मध्यप्रदेश के सीधी जिले की रहने वाली लीला साहू (Leela Sahu) पिछले सालों से चर्चा में हैं। 2024 में भी उन्होंने तत्कालीन सरकार से खराब सड़क को मरम्मत कराने की मांग की थी। जिसका उन्हें जवाब भी मिला था। ठीक ऐसे ही इस बार भी लीला साहू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर सरकार से खराब सड़क की मरम्मत की मांग की तो एमपी के PWD मंत्री राकेश सिंह ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ऐसे कई जगह हैं जहां सड़क की मांग है।

मंत्री राकेश सिंह का बयान वायरल

मंत्री राकेश सिंह ने आगे कहा कि पीडब्ल्यूडी या किसी भी अन्य विभाग के पास इतना बजट नहीं होता कि वह किसी की सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर सीमेंट-कंक्रीट या डंपरों से सड़क बना सके। कौन-कौन सी सड़क बनाएगा, इसकी एक तय व्यवस्था होती है। विभाग की अपनी सीमाएँ होती हैं। बता दें कि सीधी की ग्राम खड्डी खुर्द की रहने वाली लीला साहू सड़क की मांग को लेकर वायरल हुई हैं।

रील बनाकर की मांग

लीला साहू (Leela Sahu) अभी प्रेग्नेंट हैं। ऐसे में वे खराब सड़क को लेकर सरकार से गुहार लगा रही है कि सड़क को बनवा दिया जाए। उनका कहना है कि भारी बारिश में कीचड़ भरे रास्ते की समस्या को लेकर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। लीला साहू ने अपनी रील के माध्यम से कहा, "खड्डी खुर्द, बगैया टोला से गजरी जाने वाली सड़क की मांग हम एक साल से सांसद और विधायक से करते आ रहे हैं, लेकिन हमें केवल तारीखें और वादे मिले हैं. सड़क अब तक नहीं बनी." इस वीडियो को एक्स अकाउंट @ShrutiDhore से शेयर किया गया है।

रास्ते पर धान की रोपाई को मजबूर 

लीला (Leela Sahu) ने आगे कहा, "वर्तमान में मैं गर्भवती हूं और मेरे जैसे इस क्षेत्र में नौ अन्य गर्भवती महिलाएं हैं. प्रसव पीड़ा होने पर हम अस्पताल नहीं पहुंच पाते." उन्होंने आगे कहा कि खराब सड़क की मरम्मत के लिए हमलोग कई बार जिलाधिकारी और SDM के पास भी आवेदन लेकर गए लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, सड़क अब तक वैसी ही है। उन्होंने आगे कहा सड़क ऐसी है कि अधिक बीमार और प्रेग्नेंट महिला को अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो जाता है। स्कूली बच्चे भी स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। गुस्से में ग्रामीणों ने रास्ते पर धान की रोपाई करने को मजबूर हो गए हैं।