महाकुंभ की भगदड़ पर हेमा मालिनी का अजीबोगरीब बयान, कहा महाकुंभ भगदड़ में 30 की मौत बड़ी घटना नहीं
महाकुंभ में भगदड़ का मुद्दा मंगलवार को दोनों सदनों में उठाया गया। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार भगदड़ में मरने वालों की संख्या छिपा रही है।

सीएम योगी ने कहा, "जहां एक ओर पूरा देश और दुनिया सनातन धर्म के इस सबसे बड़े आयोजन का साक्षी बनकर गौरव की अनुभूति कर रही है, प्रफुल्लित है। वहीं दूसरी ओर सनातन धर्म के खिलाफ षड्यंत्र करने वाले तत्वों द्वारा लगातार झूठ और असत्य के नए प्रतिमान गढ़े जा रहे हैं।
भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा- महाकुंभ में भगदड़ कोई "बड़ी घटना" नहीं थी और इसे "बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।" कुंभ में व्यवस्थाएं बहुत अच्छे तरीके से की गई है। कछ लोगों तो काम है कहना, वो लोग कहते रहेंगे।
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी को भगदड़ हो गई थी। इस हादसे में कम से कम 30 लोगों की जान चली गई और 60 लोग घायल हो गए थे।
घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा संसद भवन परिसर में मालिनी ने कहा- हम कुंभ गए थे...हमने अच्छा स्नान किया। सब कुछ ठीक से प्रबंधित किया गया था। यह सही है कि घटना (भगदड़) हुई। इतना कुछ बड़ा नहीं हुआ था। मुझे नहीं पता कि यह कितनी बड़ी थी। इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
यह बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया गया था, और सब कुछ बहुत अच्छे से किया गया। इतने सारे लोग आ रहे हैं, इसे प्रबंधित करना बहुत मुश्किल है, लेकिन हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।
विपक्षियों का काम सवाल उठाना मालिनी ने भगदड़ वाले दिन महाकुंभ के दौरान स्नान भी किया था। विपक्षी सदस्यों द्वारा सरकार पर भगदड़ में मरने वालों की संख्या छिपाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "वे जो कहना चाहते हैं, कहेंगे। गलत बातें कहना उनका काम है।
अखिलेश ने कहा- मरने वालों की संख्या छिपा रही सरकार महाकुंभ में भगदड़ की त्रासदी मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में गूंजती रही। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने आरोप लगाया- सरकार भगदड़ में मरने वालों की संख्या छिपा रही है और मेले के आयोजन में "कुप्रबंधन" को छिपाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
लोकसभा अध्यक्ष से कहा- मैं रिजाइन आपको देना चाहता हूं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा- महाकुंभ में 100 करोड़ लोगों के आने का इंतजाम किया गया था। अखिलेश ने पूछा, तो यह हादसा कैसे हो गया? उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से कहा कि अगर यह बात गलत है तो मैं रिजाइन आपको देना चाहता हूं।अखिलेश यादव ने कहा, "सरकार लगातार बजट के आंकड़े दे रही है। आंकड़े देने से पहले महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दें। मैं मांग करता हूं कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए।''
अखिलेश ने कहा कि महाकुंभ आपदा प्रबंधन और खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए। महाकुंभ हादसे में हुई मौतों, घायलों के इलाज, दवाइयों, डॉक्टरों, भोजन, पानी, परिवहन की उपलब्धता के आंकड़े संसद में पेश किए जाएं।''
जब पता चला कि कुछ लोगों की जान चली गई है, उनके शव मोर्चरी और अस्पताल में पड़े हैं, तब सरकार ने अपने सरकारी हेलिकॉप्टर में फूल भरकर उन पर पुष्प वर्षा की। यह कैसी सनातनी परंपरा है? भगवान जाने कितने चप्पल, कपड़े और साड़ियां पड़ी थीं और उन सबको जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर ट्रॉली से उठवाया गया।