पुलिस लाइन में आयोजित मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक - प्रशिक्षु कांस्टेबलों को दिया मानसिक दृढ़ता बनाए रखने का संदेश
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में मानसिक स्वास्थ्य को जीवन की बुनियादी आवश्यकता बताते हुए कहा कि आज के तनावपूर्ण वातावरण में भावनात्मक संतुलन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है, विशेष रूप से उन जवानों के लिए जो लंबे समय तक ड्यूटी पर रहते हैं और सामाजिक चुनौतियों का सामना करते हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं से आह्वान किया कि वे सेवा के साथ-साथ अपने मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें।

पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने कहा कि स्वस्थ मन, अनुशासन और दक्षता की कुंजी है। उन्होंने प्रशिक्षु कांस्टेबलों को मानसिक रूप से मजबूत रहने, समय प्रबंधन, सकारात्मक सोच और संवाद कौशल को विकसित करने के टिप्स दिए। साथ ही तनाव से निपटने के व्यावहारिक उपायों पर भी प्रकाश डाला।
उरई । पुलिस लाइन में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सा एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए प्रशिक्षु कांस्टेबलों को संबोधित किया।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में मानसिक स्वास्थ्य को जीवन की बुनियादी आवश्यकता बताते हुए कहा कि आज के तनावपूर्ण वातावरण में भावनात्मक संतुलन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है, विशेष रूप से उन जवानों के लिए जो लंबे समय तक ड्यूटी पर रहते हैं और सामाजिक चुनौतियों का सामना करते हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं से आह्वान किया कि वे सेवा के साथ-साथ अपने मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें।
पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने कहा कि स्वस्थ मन, अनुशासन और दक्षता की कुंजी है। उन्होंने प्रशिक्षु कांस्टेबलों को मानसिक रूप से मजबूत रहने, समय प्रबंधन, सकारात्मक सोच और संवाद कौशल को विकसित करने के टिप्स दिए। साथ ही तनाव से निपटने के व्यावहारिक उपायों पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षुओं को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी उपयोगी जानकारियाँ प्रदान की गईं, साथ ही उन्हें यह भी समझाया गया कि मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करती है, बल्कि कार्यक्षमता पर भी विपरीत प्रभाव डालती है।
इस अवसर पर चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा भी व्याख्यान दिए गए और प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित कर प्रशिक्षुओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र देव शर्मा, मनोवैज्ञानिक अर्चना विश्वास आदि उपस्थित रहे।