खिलाड़ियों के अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए ‘प्लेयर एक्सचेंज प्रोग्राम’ की घोषणा – मंत्री विश्वास सारंग
मंत्री सारंग ने निर्देश दिए कि अकादमी में प्रशिक्षण की गुणवत्ता को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए विदेशी विशेषज्ञ कोचों को भी आमंत्रित किया जाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में अकादमी के 8 खिलाड़ी ‘इंडियन कोर ग्रुप’ में शामिल हैं, और अब यह लक्ष्य बढ़ाकर 16 खिलाड़ियों तक पहुंचाने की कार्ययोजना बनाई जाए।

खिलाड़ियों को मिलेगा विदेशी प्रशिक्षण का मौका, मंत्री सारंग ने की हॉकी अकादमी की समीक्षा
भोपाल, सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश पुरूष हॉकी खेल अकादमी की समीक्षा की। मंत्री सारंग ने अकादमी में प्रशिक्षण, खिलाड़ियों की प्रगति, आधारभूत सुविधाओं एवं अकादमी संचालन से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के दौरान मंत्री श्री सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश को हॉकी के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने ‘प्लेयर एक्सचेंज प्रोग्राम’ प्रारंभ करने की घोषणा की। इस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ी देश एवं विदेश की प्रतिष्ठित अकादमियों में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि इससे खिलाड़ियों के कौशल में उल्लेखनीय सुधार होगा और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
मंत्री सारंग ने निर्देश दिए कि अकादमी में प्रशिक्षण की गुणवत्ता को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए विदेशी विशेषज्ञ कोचों को भी आमंत्रित किया जाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में अकादमी के 8 खिलाड़ी ‘इंडियन कोर ग्रुप’ में शामिल हैं, और अब यह लक्ष्य बढ़ाकर 16 खिलाड़ियों तक पहुंचाने की कार्ययोजना बनाई जाए।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में पुरुष हॉकी अकादमी का प्रदर्शन अत्यंत सराहनीय रहा है। अतः उस वर्ष की रणनीति को आधार बनाकर आगामी प्रशिक्षण और चयन प्रक्रिया को संचालित किया जाए।
एक्सचेंज प्रोग्राम से प्रदर्शन में आयेगा निखार
मंत्री सारंग ने कहा कि खिलाड़ियों के लिये एक्सचेंज प्रोग्राम की शुरूआत की जाये। इससे न केवल उनके कौशल में निखार आएगा, बल्कि वे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स के लिए मानसिक रूप से भी अधिक तैयार हो सकेंगे। साथ ही, अन्य प्रदेशों से आने वाले खिलाड़ियों को भी मध्यप्रदेश में आमंत्रित किया जाएगा, जिससे दोनों ओर के खिलाड़ियों को एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने का अवसर मिलेगा। यह दो-तरफ़ा आदान-प्रदान खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होगा।
सीटों की वर्तमान स्थिति
बैठक में जानकारी दी गई कि अकादमी में बोर्डिंग के लिए 56 सीटें और डे-बोर्डिंग के लिए 18 सीटें स्वीकृत हैं। इनमें से वर्तमान में बोर्डिंग में 42 एवं डे-बोर्डिंग में 3 सीटें भरी हुई हैं, जबकि बोर्डिंग में 14 और डे-बोर्डिंग में 15 सीटें अभी रिक्त हैं। इस पर मंत्री श्री सारंग ने कहा कि रिक्त सीटों को शीघ्र भरने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए और उत्कृष्ट खिलाड़ियों को चिन्हित कर उनके लिए पृथक रणनीति बनाई जाए।
आधारभूत सुविधाएं
बैठक में बताया गया कि अकादमी में 2 एस्ट्रोटर्फ मैदान (पैविलियन सहित), इंडोर जिम, 226 बिस्तरों की दो छात्रावास इमारतें, 24x7 सेवा वाली पूर्ण रूप से सुसज्जित स्पोर्ट्स मेस, फिजियोथैरेपी कक्ष और एक प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट की सुविधा उपलब्ध है। मंत्री श्री सारंग ने ऐशबाग स्टेडियम में स्थित हॉकी टर्फ का भी उपयोग प्रशिक्षण के लिए करने के निर्देश दिए।
खिलाड़ी विकास पर विशेष ध्यान
मंत्री सारंग ने कहा कि गोलकीपर्स के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएं। साथ ही ऐसे खिलाड़ी, जो विभिन्न पहलुओं में उत्कृष्टता दिखा रहे हैं, उन्हें अतिरिक्त प्रशिक्षण अवसर प्रदान किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि खिलाड़ियों के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य हेतु मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा नियमित काउंसलिंग सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री मनु श्रीवास्तव, खेल संचालक श्री राकेश गुप्ता, संयुक्त संचालक श्री बी.एस. यादव, अकादमी के कोच एवं अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।