पहलगाम हमले पर 'मन की बात' में बोले पीएम मोदी "हमले के दोषियों को बख्शेंगे नहीं, पीड़ितों को न्याय मिलकर रहेगा'
प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि 'जम्मू कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हो रही थी और लोगों की कमाई बढ़ रही थी, लेकिन देश के दुश्मनों को और जम्मू कश्मीर के दुश्मनों को ये रास नहीं आया। आतंकी चाहते हैं कि कश्मीर फिर से तबाह हो जाए।'

PM Modi in Mann ki Baat : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों और इसकी साजिश में शामिल लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने का फिर से आश्वासन देते हुए कहा कि पीड़ितों को न्याय मिलेगा. मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारतीयों की एकजुटता देश की सबसे बड़ी ताकत है.
हर भारतीय में गुस्सा
उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी हमले के कारण उनका मन बहुत दुखी है और हर भारतीय गुस्से से उबल रहा है. इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. मोदी ने कहा कि यह घटना ऐसे समय में आतंकवादियों और उनके आकाओं की हताशा एवं कायरता को दर्शाती है जब कश्मीर में शांति लौट रही है, पर्यटन में रिकॉर्ड उछाल आ रहा है, लोकतंत्र मजबूत हो रहा है और युवाओं के लिए नए अवसर पैदा हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि देश और कश्मीर के दुश्मनों को यह पसंद नहीं है तथा वे चाहते हैं कि घाटी फिर से तबाह हो जाए. प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में देश की एकता, 140 करोड़ भारतीयों की एकजुटता हमारी सबसे बड़ी ताकत है. मोदी ने कहा कि दुनिया देख रही है कि भारत इस हमले के खिलाफ एक सुर में बोल रहा है.
एकता आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का आधार
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह एकता आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का सबसे बड़ा आधार है. प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे कोई किसी भी राज्य में रहता हो और कोई भी भाषा बोलता हो, पीड़ितों के परिवारों के प्रति सभी को गहरी संवेदना है. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के ऊपरी इलाके में स्थित लोकप्रिय पर्यटन स्थल बैसरन में मंगलवार को आतंकवादियों के हमले में 26 लोग मारे गए.
प्रधानमंत्री ने अपने इस कार्यक्रम में वैज्ञानिक और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पूर्व प्रमुख के. कस्तूरीरंगन को भी श्रद्धांजलि दी. कस्तूरीरंगन का शुक्रवार को निधन हो गया था. मोदी ने कहा कि देश के प्रति कस्तूरीरंगन की नि:स्वार्थ सेवा और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा.