पहले काटा और फिर दो बैग में ठूसकर नाले में डाला... गुजरात के बिजनेसमैन का दर्दनाक मर्डर

गुजरात के सूरत में एक सुरक्षा एजेंसी के मालिक के अपहरण और हत्या का मामला सामने आया है। अपहरणकर्ताओं ने उनके परिवार से तीन करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। वहीं, किडनैपिंग के पांचवें दिन यानी 16 मई को सिक्योरिटी एजेंसी के मालिक चंद्रभान दुबे का शव एक बोरे में दो टुकड़ों में मिला। पुलिस को एक रिक्शा चालक पर शक है, जो किडनैपिंग वाले दिन उन्हें अपने रिक्शा से ले गया था।
मृतक चंद्रभान के भतीजे नेहाल दुबे ने बताया कि चंद्रभान माताप्रसाद दुबे सूरत में सुरक्षा एजेंसी चलाते थे। वे 12 तारीख को रिक्शा से जाने के बाद लापता हो गए थे। चंद्रभान अपने परिचित रिक्शा चालक राशिद के साथ ही गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। परिवार के अलथान पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।
चंद्रभान के मोबाइल से ही 3 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी भतीजे नेहाल दुबे ने आगे बताय कि किडनैपिंग के बाद चाच के मोबाइल से ही घर पर फोन आया था। सामने वाले ने तीन करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। वहीं, रशीद अंसारी नामक रिक्शा चालक ने परिवार वालों को बताया है कि चंद्रभान खजोद चौराहे पर रिक्शा से उतरे थे। उसके बाद वे कहां गया, उसे कुछ पता नहीं है।
मीठी खाड़ी में बोरे में दो टुकड़ों में शव मिला चंद्रभान के लापता होने के चार दिन बाद मीठी खाड़ी में एक बोरे में उनका दो टुकड़ों में शव मिला। पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामले की सूरत क्राइम ब्रांच, अन्य जांच एजेंसियों और स्थानीय पुलिस कर रही है।
परिवार ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए मृतक चंद्रभान के भतीजे नेहाल दुबे ने मीडिया को बताया कि जिस मामले को 6 घंटे में सुलझा लिया जाना चाहिए था। पुलिस ने उसमें पांच दिन लगा दिए। अगर समय पर एक्शन लिया जाता तो चाचा की जान बच जाती। पुलिस ने अधिकार क्षेत्र तय करने में ही शुरुआत के 12 घंटे लगा दिए थे। मृतक चंद्रभान पिछले 20 वर्षों से सुरक्षा एजेंसी चला रहे थे।