प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त नेतृत्व और दूरदर्शी शासन के कारण भारत बना विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था : प्रवीन खंडेलवाल
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए सुधार, संघर्ष और पुनरुत्थान की कहानी है। उनका जन-हितैषी दृष्टिकोण, राजकोषीय अनुशासन और व्यवसाय-समर्थक नीतियाँ भारत को विश्व की आर्थिक शक्ति बना रही हैं। यह छोटे व्यापारियों के लिए बड़े कारोबारी बनने का एक सुनहरा अवसर है, जिससे उन्हें वित्तीय अनुशासन, सशक्तिकरण और डिजिटल तकनीक को तेजी से अपनाने में मदद मिलेगी।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने कहा कि इस उपलब्धि से भारत को अनेक लाभ मिलेंगे
दिल्ली,भारत का विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व का प्रत्यक्ष प्रमाण है। उनकी आर्थिक सुधारों, डिजिटल परिवर्तन और समावेशी विकास के प्रति अडिग प्रतिबद्धता ने भारत को वैश्विक मंच पर प्रमुख स्थान दिलाया है – यह कहना है दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद एवं कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल का।
खंडेलवाल ने कहा कि यह उपलब्धि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए सुधार, संघर्ष और पुनरुत्थान की कहानी है। उनका जन-हितैषी दृष्टिकोण, राजकोषीय अनुशासन और व्यवसाय-समर्थक नीतियाँ भारत को विश्व की आर्थिक शक्ति बना रही हैं। यह छोटे व्यापारियों के लिए बड़े कारोबारी बनने का एक सुनहरा अवसर है, जिससे उन्हें वित्तीय अनुशासन, सशक्तिकरण और डिजिटल तकनीक को तेजी से अपनाने में मदद मिलेगी।
खंडेलवाल ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के गतिशील नेतृत्व में भारत ने न केवल वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं का सफलतापूर्वक सामना किया है, बल्कि दीर्घकालिक और सतत विकास की एक मजबूत नींव भी रखी है। मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, गति शक्ति और पीएलआई योजनाओं जैसे रणनीतिक अभियानों ने प्रमुख क्षेत्रों को पुनर्जीवित किया है, बुनियादी ढांचे को सशक्त किया है और रिकॉर्ड स्तर पर विदेशी निवेश को आकर्षित किया है।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने कहा कि इस उपलब्धि से भारत को अनेक लाभ मिलेंगे— जैसे वैश्विक मान्यता और विश्वसनीयता, जिससे भारत की वैश्विक हैसियत मजबूत होगी, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उसकी सौदेबाज़ी की शक्ति बढ़ेगी और वह वैश्विक आर्थिक व्यवस्था को दिशा देने वाला एक प्रमुख देश बनकर उभरेगा। साथ ही, यह उपलब्धि भारत में निवेशकों का विश्वास और अधिक बढ़ाएगी, जिससे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI), पूंजी प्रवाह और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में गहरी भागीदारी सुनिश्चित होगी।
उन्होंने कहा कि इससे देश में रोजगार के अवसर और उद्यमिता में वृद्धि होगी, विशेष रूप से भारत की विशाल युवा आबादी के लिए। एक मजबूत अर्थव्यवस्था भारत को विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे, स्मार्ट सिटी, लॉजिस्टिक नेटवर्क और ग्रामीण विकास में निवेश करने में सक्षम बनाएगी। यह सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण योजनाओं में अधिक खर्च करने का अवसर देगा, जिससे सभी नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा। भारत का तेज़ी से बढ़ता डिजिटल परिवर्तन और नवाचार-आधारित अर्थतंत्र एआई, फिनटेक, अंतरिक्ष और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में नई उपलब्धियाँ हासिल करता रहेगा।
व्यापारी नेताओं ने कहा कि भारत का यह उदय एक अस्थिर वैश्विक परिदृश्य में अवसर, स्थिरता और प्रगति का प्रतीक है। यह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है और आगे का सफर इससे भी अधिक उज्ज्वल संभावनाओं से भरा है।