छठवें दिन उबल पड़ा व्यापारियों का आक्रोश,विरोध कर रहे दुकानदारों से ठेकेदार ने की मारपीट, मौक़े पर खड़े अधिकारी बने तमाशबीन
उरई में सुहाग महल पुल निर्माण की देरी और घटिया कार्य को लेकर व्यापारियों का गुस्सा सोमवार को चरम पर पहुंच गया। लगातार छठवें दिन कलेक्ट्रेट में धरना दे रहे व्यापारियों पर ठेकेदार और उसके गुर्गों ने हमला कर दिया, जिसमें लात-घूंसे चले। अधिकारी मौके पर मौजूद थे लेकिन हस्तक्षेप नहीं किया। व्यापारियों ने भ्रष्टाचार की जांच और दोषियों पर FIR की मांग की है। सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस उपाधीक्षक ने निरीक्षण कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

सुहाग महल पुल निर्माण में देरी और भ्रष्टाचार के आरोप; व्यापारियों ने FIR की मांग की, कार्रवाई नहीं होने पर तेज़ होगा आंदोलन
उरई । सुहाग महल पुल निर्माण में हो रही देरी और घटिया निर्माण कार्य को लेकर व्यापारी और स्थानीय लोगों का आक्रोश सोमवार को चरम पर पहुंच गया। लगातार छठवें दिन विरोध कर रहे व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया, जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर एसडीएम को मौके पर जांच के लिए भेजा गया।
लेकिन जब स्थानीय लोग और दुकानदार निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाने लगे, तो ठेकेदार और उसके साथ मौजूद लोगों ने अचानक विरोध कर रहे व्यापारियों पर हमला बोल दिया। लात-घूंसों से मारपीट की गई, जिससे मौके पर तनाव की स्थिति पैदा हो गई।
चौंकाने वाली बात यह रही कि उप जिलाधिकारी न्यायिक राकेश सोनी मौके पर मौजूद थे, लेकिन वह मूकदर्शक बने रहे। लोग मदद की गुहार लगाते रहे लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ।
व्यापारियों ने बताया कि न सिर्फ उनका व्यापार बर्बाद हो चुका है, बल्कि अब विरोध करने पर उन्हें दबाया और पीटा जा रहा है। उनका आरोप है कि निर्माण कार्य में गहरी गड़बड़ी और भ्रष्टाचार है, जिसकी वे जांच की मांग कर रहे थे, लेकिन अब उनकी आवाज़ को ठेकेदार की दबंगई और प्रशासन की चुप्पी से कुचला जा रहा है।
प्रमुख व्यापारी राकेश मिश्रा, विनोद कुमार, राहुल, अशर्फी लाल चौरसिया कमलेश उदैनिया और अन्य लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ तुरंत FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए, वरना आंदोलन और तेज़ किया जाएगा। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट राजेश वर्मा ने कहा कि धरने पर बैठे लोगों से वार्ता कर अपर जिलाधिकारी ने एक टीम बनाई थी जो मौके पर जाकर मुआयना करेगी लेकिन उसी बीच लोक निर्माण विभाग के अभियंता को इसकी भनक लग गई उसमें ठेकेदार से अपने गुर्गे तैयार कर मौके पर पहुंचने के लिय बोला जबकि प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग से मना किया था कि आप मौके पर नहीं जाएंगे। सिटी मजिस्ट्रेट राजेश वर्मा और पुलिस उपाधीक्षक अर्चना सिंह ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया और व्यापारियों की तहरीर ले ली गई है नगर मजिस्ट्रेट ने कहा कि कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।