ये लातों के भूत हैं बातों से मानेंगे नहीं’, काशी में गरजे योगी,मुहर्रम और कांवड़ यात्रा पर सीएम का बड़ा बयान
सीएम ने कहा कि सावन का महीना चल रहा हैय इससे पहले मुहर्रम था. हमने नियम बना दिया थे कि ताज़िये की लंबाई सीमित रखें. इससे बिजली,पेड़ की टहनी को नुकसान पहुंचता था. जौनपुर में एक घटना हुई ताजिया को इतना ऊंचा किया कि हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गए. 3 लोग मारे गए,बाद में उपद्रव हुआ और रोड जाम कर दिया. पुलिस ने मुझसे पूछा तो मैंने कहा लाठी मारो इनको. ये लातों के भूत हैं.बातों से नही मानेंगे.इसका किसी ने सोशल मीडिया पर विरोध नही किया.

यूपी के सीएम ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट के जरिए जातीय संघर्ष की साजिश रच रहे हैं।
सीएम योगी ने ताजिए की ऊंचाई को लेकर वाराणसी में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा- हाल में जौनपुर में एक बड़ा ताजिया उठाया गया। इस दौरान हाईटेंशन तार की चपेट में आकर 3 की मौत हो गई। उन लोगों ने रास्ता जाम कर दिया। पुलिस वालों ने पूछा- क्या करें? मैंने कहा- लाठी मारकर बाहर करो, क्योंकि ये लातों के भूत बातों से नहीं मानेंगे।
सीएम ने 3 साल पहले की घटना का जिक्र करते हुए कहा- एक जगह आगजनी हुई। मैंने अफसरों से कहा- अभी कार्रवाई रोको और वीडियो फुटेज निकालो। फुटेज में दिखा कि एक व्यक्ति केसरिया गमछा पहनकर पहुंचता है। आगजनी करता है। उस समय उसके मुंह से 'या अल्लाह' निकलता है।
ऐसे छुपे हुए समाज के दुश्मनों को समय रहते चिह्नित करना होगा, जिससे समाज की एकता में बाधक तत्वों को बेनकाब किया जा सके। यही आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
सीएम योगी दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी में हैं। दूसरे दिन वह नमो घाट के बसंता कॉलेज पहुंचे। यहां उन्होंने पौधरोपण किया। इसके बाद बिरसा मुंडा की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुहर्रम बनाम कांवड़ यात्रा पर टिप्पणी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले मुहर्रम के जुलूसों में आगजनी, उपद्रव और हिंसा आम थी। दूसरी तरफ कांवड़ यात्रा, भक्ति और एकता का प्रतीक है, जहां लोग सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर शिव की भक्ति करते हैं। उन्होंने ताजियों की ऊँचाई पर नियम तय करने की बात भी दोहराई।
फेक अकाउंट बना करके जातीय संघर्ष पैदा करना चाहते हैं
ये वही समुदाय है, जो भारत की आस्था का सदैव अपमान करता है। ये वही लोग हैं, जो आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक अकाउंट बना करके समाज में जातीय संघर्ष को बढ़ाना चाहते हैं। ये चीजें दिखाती हैं कि ये कौन लोग हैं, जो समाज में नफरत पैदा करना चाहते हैं।