पुलिस लाइन शाजापुर में ब्राइटर माइंड्स प्रशिक्षण एवं समर कैंप का सफल समापन,पुलिस परिवार के बच्चों द्वारा दी गई आकर्षक प्रस्तुतियां

पुलिस लाइन शाजापुर में ब्राइटर माइंड्स प्रशिक्षण एवं समर कैंप का सफल समापन,पुलिस परिवार के बच्चों द्वारा दी गई आकर्षक प्रस्तुतियां

अजय राज केवट माही 

 प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस भोपाल मध्य प्रदेश

शाजापुर पुलिस द्वारा ग्रीष्मकालीन अवकाश के सदुपयोग हेतु दिनांक 04 मई 2025 से 24 जून 2025 तक ब्राइटर्स माइंड्स प्रशिक्षण* एवं *पुलिस अधीक्षक शाजापुर श्री यशपाल सिंह राजपूत* के निर्देशानुसार पुलिस लाइन शाजापुर में दिनांक 23 मई 2025 से 24 जून 2025 तक पुलिस लाइन शाजापुर में *समर कैंप* का आयोजन किया गया। इस कैंप में पुलिस परिवार के बच्चों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए विभिन्न रचनात्मक, मानसिक और शारीरिक गतिविधियों का आयोजन किया गया।

दिनांक 24 जून 2025 को समर कैंप एवं ब्राइटर्स माइंड् प्रशिक्षण का समापन समारोह *पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह राजपूत*, *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री टी.एस. बघेल*, *जनप्रतिनिधि  आशीष नागर* पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों पुलिस परिवर्तन एवं बच्चों की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ।

पुलिस लाइन में संचालित ब्राइटर्स माइंड प्रशिक्षण एवं समर कैंप पुलिस अधीक्षक  यशपाल सिंह राजपूत के निर्देशानुसार *रक्षित निरीक्षक श्रीमती वंदना सिंह* के मार्गदर्शन में *सूबेदार दीपिका डाबर, म.प्र.आर. 190 राधिका सक्सेना एवं महिला आरक्षक 556 साक्षी शुक्ला* द्वारा सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया।

 ब्राइटर्स माइंड का प्रशिक्षण 45 दिनों तक संचालित किया गया, जिसमें बच्चों के मानसिक एवं बौद्धिक विकास हेतु कई नवाचारपूर्ण गतिविधियाँ करवाई गईं जैसे: ब्रेन एक्सरसाइज़, सर्कल एक्टिविटी, डांस क्लासेस, 10 मिनट का ब्रेक, फनी वीडियो, 20 मिनट का रिलैक्सेशन, डेमो स्टेशन वीडियो, ब्लाइंड फोल्ड करेंसी, कलर करेंसी, और कलर बुक ड्राइंग एक्टिविटीज़* में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर उल्लेखनीय प्रदर्शन किया।

समर कैंप के अंतर्गत बालिकाओं एवं महिलाओं ने इंडोर गतिविधियों में सेल्फ डिफेंस, लाठी प्रशिक्षण, पेंटिंग, आर्ट एंड क्राफ्ट, जुंबा डांस व मेहंदी* का प्रशिक्षण दिया गया, जिससे बच्चों के आत्मविश्वास, रचनात्मकता व फिटनेस में वृद्धि हुई।

इस समर कैंप में पुलिस परिवार के लगभग 200 बच्चों ने भाग लिया और इसका लाभ उठाया। यह प्रयास पुलिस विभाग द्वारा परिवार के बच्चों के समग्र विकास हेतु एक सराहनीय पहल रही।