हाईकोर्ट में झूठ बोल के डॉ केपी सिंह ने लिया स्थगन आदेश, हाईकोर्ट में वकील ने बोला झूठ

हाईकोर्ट में झूठ बोल के डॉ केपी सिंह ने लिया स्थगन आदेश,  हाईकोर्ट में वकील ने बोला झूठ

बड़ामलहरा में बीएमओ के पद से हटाए पूर्व प्रभारी बीएमओ डॉ केपी सिंह ने अपने वकील के द्वारा हाईकोर्ट में झूठे तथ्य रख के कोर्ट को गुमराह कर स्थगन आदेश ले लिया स्थगन आदेश का हाई कोर्ट में बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ 

वायरल हुए वीडियो में डॉ केपी सिंह के वकील जज से कहते हुए दिखाई पड़ रहे है कि केपी सिंह की नियुक्ति एमपीपीएससी द्वारा बीएमओ बड़ा मलहरा के पद पर हुई थी और इनको हटाकर डॉक्टर हरगोविंद राजपूत को बीएमओ का प्रभार दे दिया जिसकी वजह से डॉक्टर केपी सिंह कहीं काम नहीं कर पा रहे हैं इस बहस के बाद हाई कोर्ट जज ने केपी सिंह को स्टे आदेश दे दिया।

वकील ने हाईकोर्ट में बोला झूठ

केपी सिंह के वकील ने हाई कोर्ट में झूठ बोला कि उनकी नियुक्ति एमपीपीएससी द्वारा बीएमओ बड़ा मलहरा के पद पर हुई थी जबकि केपी सिंह की नियुक्ति एमपीपीएससी ने दिनांक 16 अगस्त 2023 को राम टोरिया में मेडिकल ऑफिसर के पद पर की थी जिसके बाद सीएमएचओ ने दिनांक 12 मार्च 2024 को रामटोरिया में कार्य करने का आदेश जारी किया था 

केपी सिंह के वकील ने हाईकोर्ट में ये नहीं बताया कि केपी सिंह को शासन ने रामटोरिया में पदस्थ किया था और बीएमओ का प्रभार दिया ओर जब वरिष्ठ बीएमओ की नियुक्ति हो गई तो वापस उन्हें मूल पदस्थापना स्थल पर भेज दिया

जूनियर की वजह से हटाया था बीएमओ का प्रभार

सीएमएचओ डॉ आरपी गुप्ता ने डॉ केपी बामोरिया को हटाकर डॉ केपी सिंह जी बड़ामलहरा बीएमओ का प्रभार दिया जिससे उनसे वरिष्ठ चिकित्सक नाराज थे और ओर जूनियर के अधीन काम करने से मना कर रहे था साथ ही अस्पताल की व्यस्था भी केपी सिंह के आने के बाद बिगड़ गई थी जिसे सीएमएचओ द्वारा संज्ञान में लेकर दिनांक 6 मार्च 2025 को सीनियर डॉ हरगोबिंद राजपुत को बीएमओ का प्रभार दे दिया ओर दिनांक 12 मार्च 20205 को केपी सिंह को वापस मूल पदस्थापना रामटोरिया में काम करने का आदेश जारी किया

वरिष्ठता के आधार पर सीएमएचओ ने डॉ हरगोबिंद राजपूत को बीएमओ को प्रभार दिया जिसके बाद केपी सिंह हाईकोर्ट की शरण में गए और झूठ बोल के स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया अब डॉ केपी सिंह सीएमएचओ पर वापस बीएमओ के पद के लिए प्रलोभन देकर दवाब बना रहे है

इनका कहना है

डॉ केपी सिंह की शासन ने नियुक्ति रामटोरिया में की थी 

बीएमओ के पद पर नहीं की थी

वे जूनियर थे उन्हें हटाकर सीनियर को प्रभार दिया गया था और इन्हें वापस रामटोरिया में कार्य करने का आदेश दिया गया है।

डॉ आरपी गुप्ता

सीएमएचओ छतरपुर