मेडिकल कॉलेज में MBBS छात्र की मौत से सनसनी :फर्स्ट फ्लोर से गिरा, लेकिन मोबाइल छत पर मिला, परिजन बोले- कुछ गलत हुआ

ग्वालियर के जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज के रविशंकर हॉस्टल में फर्स्ट फ्लोर से संदिग्ध हालात में गिरकर एक 21 वर्षीय मेडिकल स्टूडेंट की मौत

मेडिकल कॉलेज में MBBS छात्र की मौत से सनसनी :फर्स्ट फ्लोर से गिरा, लेकिन मोबाइल छत पर मिला, परिजन बोले- कुछ गलत हुआ

मृतक मेडिकल स्टूडेंट की बहन ने सवाल उठाए हैं कि जब वह ऊपर से गिरा तो खून क्यों नहीं निकला। घटना मेडिकल कॉलेज के रविशंकर हॉस्टल में सोमवार रात की है। मृतक MBBS स्टूडेंट अभी एक महीने पहले ही ग्वालियर आया था। वह मूल रूप बैतूल का रहने वाला है।

ग्वालियर मेडिकल कॉलेज के रविशंकर हॉस्टल में फर्स्ट फ्लोर से गिरे एक 21 वर्षीय मेडिकल स्टूडेंट की मौत हो गई। घटना के समय मेडिकल स्टूडेंट का रूम पार्टनर अंदर था। उस यह नीचे ग्राउंड फ्लोर पर जा गिरा और उसे पता भी नहीं लगा।

नीचे ड्यूटी पर तैनात गार्ड्स ने आवाज सुनी तो वह पोर्च की तरफ पहुंचे। तत्काल वार्डन व अन्य स्टूडेंट को सूचना दी। घायल मेडिकल स्टूडेंट को सोमवार रात 10 बजे जेएएच के ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे, जहां उसने इंटरनल इंजरी के चलते रात 12.55 बजे दम तोड़ दिया।

वहीं मेडिकल स्टूडेंट की बहन ने सवाल उठाए हैं कि जब वह ऊपर से गिरा तो खून क्यों नहीं निकला। घटना सोमवार रात की है। MBBS स्टूडेंट अभी एक महीने पहले ही ग्वालियर आया था। वह मूल रूप बैतूल का रहने वाला है। पुलिस ने परिजन को सूचना दे दी है और वह ग्वालियर पहुंच गए हैं। पुलिस रैगिंग के एंगल पर भी मामले की जांच कर रही है।

झांसी रोड थाना प्रभारी शक्ति सिंह यादव का कहना है कि एक मेडिकल स्टूडेंट की मौत हुई है। उसको ऊंचाई से गिरना बता रहे हैं। हम हर एंगल पर मामले की जांच कर रहे हैं। अभी कहा नहीं जा सकता है कि यह खुदकुशी है या हादसा।

गिरने की आवाज आई तो गार्ड्स ने जाकर देखा बैतूल के रानीपुर स्थित घोड़ा डोंगरी निवासी यशराज उइके पुत्र पंचम उइके (21) ने इसी साल नीट का एग्जाम क्लियर किया था। उसे ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला था। दीपावली के बाद वह अभी 20 दिन पहले ग्वालियर आया था। वह MBBS फर्स्ट प्रॉब (फर्स्ट सेमेस्टर) का स्टूडेंट था। यहां रविशंकर शुक्ल जूनियर बॉयज हॉस्टल के फर्स्ट फ्लोर पर उसे रहने के लिए रूम मिला था।

उसका रूम पार्टनर गुना निवासी प्रवीण सहरिया है। सोमवार रात करीब 9.45 बजे प्रवीण अपने रूम में था और यह रूम के बाहर ओपन एरिया में था, तभी अचानक वह संदिग्ध हालात में फर्स्ट फ्लोर से नीचे गिर गया, जबकि उसके रूम पार्टनर को पता भी नहीं लगा। नीचे जब उसके गिरने की आवाज आई तो ड्यूटी पर तैनात गार्ड्स दौड़कर पोर्च में पहुंचे तो यह मेडिकल स्टूडेंट पड़ा हुआ था। कपिल कुमार नाम के गार्ड ने हॉस्टल वार्डन व अन्य छात्रों को सूचना दी।

10 बजे पहुंचे हॉस्पिटल, रात 12.45 बजे मौत घटना के बाद हॉस्टल के दोस्त, स्टाफ मेडिकल स्टूडेंट यशराज उइके को लेकर जेएएच के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने तत्काल यशराज का इलाज शुरू कर दिया। यशराज को कहीं भी ऊपरी चोट नहीं लगी थी। उसको इंटरनल इंजरी थी, जिस कारण डॉक्टर्स ने सीटी स्कैन भी कराया, लेकिन चोट गहरी होने के चलते रात 12.45 बजे तक उसने दम तोड़ दिया।

मेडिकल स्टूडेंट की संदिग्ध हालात में गिरकर मौत की खबर मिलते ही झांसी रोड थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई। शव को जेएएच के डेड हाउस में रखवा दी गई है।

बहन बोली- गिरा तो खून क्यों नहीं निकला मृतक की रिश्ते की बहन सुषमा मुरैना से ग्वालियर आई हैं। सुषमा का कहना है कि उसका भाई ऐसा कदम बिलकुल नहीं उठा सकता है। यह खुदकुशी नहीं है। उसके साथ कुछ गलत हो रहा था या हुआ है। यदि वह ऊंचाई से नीचे गिरा और चोट लगने से मौत हुई है तो खून क्यों नहीं निकला? सुषमा ने बताया कि वह भी मुरैना में नर्स हैं, उन्हें पता है चोट लगने पर खून निकलता है।

डीन बोले- यह रैगिंग का मामला नहीं है गजराराजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ ने बताया कि एक मेडिकल स्टूडेंट की गिरने से मौत हो गई है। घटना का पता चलते ही उसे अस्पताल पहुंचाया था, लेकिन बचा नहीं सके। पुलिस को मामले की जानकारी दे दी है और आगे की जांच पुलिस का रही है। डीन के मुताबिक, यह रैगिंग का मामला नहीं है। मृतक के परिजन या दोस्तों की ओर से भी ऐसा कोई आरोप नहीं है।