अब भारत ने खोले बगलिहार डैम के कई गेट,भारी बारिश के बाद खोले गए गेट,उफनाई चिनाब नदी

जम्मू-कश्मीर में अब भारी बारिश हो रही है और इसकी वजह से बगलिहार डैम के कई गेट खोल दिए गए हैं। आईएमडी के मुताबिक, अगले चार दिनों तक केंद्रशासित प्रदेश में बारिश के आसार हैं।

अब भारत ने खोले बगलिहार डैम के कई गेट,भारी बारिश के बाद खोले गए गेट,उफनाई चिनाब नदी

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कई सख्त कदम उठाए थे और पाकिस्तान के खिलाफ वॉटर स्ट्राइक की थी। चेनाब नदी पर बने बगलिहार डैम के गेट बंद कर दिए गए थे। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में अब भारी बारिश हो रही है और इसकी वजह से बगलिहार डैम के कई गेट खोल दिए गए हैं।रामबन क्षेत्र में जल स्तर को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। इधर चिनाब नदी उफनाने से पाकिस्तान के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा हो गया है।

जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। बारिश की वजह से तापमान में गिरावट आई, लेकिन जलभराव की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। रामबन जिले के चंबा सेरी में लैंडस्लाइड के बाद जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर यातायात ठप हो गया है। कई यात्री फंस गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि पूरे क्षेत्र में बारिश जारी रहने के कारण सड़क साफ करने का काम एक चुनौती बना हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रशासन स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और जल्द से जल्द संपर्क बहाल करने के लिए काम कर रहा है।

कहां है बगलिहार बांध?

वर्ल्ड बैंक की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1960 में सिंधु जल समझौता हुआ था। इसी के तहत दोनों देशों के बीच सिंधु और इसकी सहायक नदियों के इस्तेमाल को लेकर सहमति बनी थी। बगलिहार बांध का विवाद कोई नया नहीं रहा है बल्कि यह दशकों पुराना है। यह बांध हाइड्रो इलेक्ट्रिक हैं। यानी आसान शब्दों में कहें तो इनसे बिजली बनाई जाती है।

बगलिहार बांध के जलाशय में करीब 475 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी को संभाले रखने की कैपेसिटी है। साथ ही बिजली बनानी की क्षमता की बात करें तो यह करीब 900 मेगावॉट है। रामबन में बगलिहार बांध के गेट बंद होने के बाद चिनाब नदी का बहाव काफी कम हो गया था। चिनाब का पानी कम होने के कारण पर्यावरण और एग्रीकल्चर दोनों को भारी नुकसान हो सकता है।

भारत ने पाकिस्तान में की एयर स्ट्राइक

बता दें कि भारत ने 6-7 मई मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान और PoK में एयर स्ट्राइक की थी। इसमें 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। भारत की तरफ से यह जवाबी कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के करीब 15 दिनों बाद की गई थी। भारत ने इस सैन्य अभियान का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत देशभर के तमाम नेताओं ने सेना के इस अभियान की तारीफ की है।