सहकारी समितियों को पोर्टल पर पूर्ण रूप से फीड कराएं- जिलाधिकारी  सहकारिता, मत्स्य व दुग्ध क्षेत्र में नई समितियों के गठन पर दिया गया जोर

जिला योजना के तहत पुनर्गठन सहित 05 नई समितियों का गठन भी किया गया है। जिलाधिकारी ने समस्त विभागीय अधिकारियों से कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से ग्रामीण विकास एवं आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाने का कार्य प्राथमिकता से किया जाए, ताकि शासन की योजनाएं प्रभावी रूप से आमजन तक पहुँच सकें

सहकारी समितियों को पोर्टल पर पूर्ण रूप से फीड कराएं- जिलाधिकारी   सहकारिता, मत्स्य व दुग्ध क्षेत्र में नई समितियों के गठन पर दिया गया जोर

प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

उरई । जनपद में सहकारी आंदोलन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने जिला सहकारिता विकास कमेटी की बैठक कर सहकारिता से जुड़े विभिन्न विभागों की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

बैठक के दौरान सहायक निबंधक सहकारिता व सहायक आयुक्त द्वारा बताया गया कि जनपद की 148 सहकारिता समितियों, 51 मत्स्य समितियों व 323 दुग्ध समितियों का डाटा नेशनल कोऑपरेटिव डाटाबेस (N.C.D.) पोर्टल पर फीड किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि शेष सभी समितियों का डाटा शीघ्र पोर्टल पर अपडेट किया जाए तथा सभी दुग्ध समितियों को सक्रिय रूप से संचालित कराया जाए। यह भी अवगत कराया गया कि जनपद में हाल ही में सहकारिता विभाग में 02 नई बी.पैक्स समितियां, मत्स्य विभाग में 12 नई समितियां, तथा मिशन नंदबाबा योजना के अंतर्गत 10 नई दुग्ध समितियां गठित की गई हैं। इसके अतिरिक्त जिला योजना के तहत पुनर्गठन सहित 05 नई समितियों का गठन भी किया गया है। जिलाधिकारी ने समस्त विभागीय अधिकारियों से कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से ग्रामीण विकास एवं आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाने का कार्य प्राथमिकता से किया जाए, ताकि शासन की योजनाएं प्रभावी रूप से आमजन तक पहुँच सकें।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के.के. सिंह, अपर जिलाधिकारी (वि/रा) संजय कुमार, जिला कृषि अधिकारी गौरव यादव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज अवस्थी, जेडीसी बैंक उरई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, डीडीएम (नाबार्ड) सहित जिला पंचायत, दुग्ध विकास व मत्स्य विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।