कर्मठ जुझारू और संवेदनशील पत्रकारिता के सशक्त प्रहरी थे डॉ. के विक्रम राव-शंभू दयाल, X सहज भवन बैंक कॉलोनी में आयोजित हुई श्रद्धांजलि सभा और गोष्ठी
पत्रकारों की लोकतंत्र को सशक्त बनाने में अहम भूमिका है.वरिष्ठ पत्रकार केपी सिंह ने कहा कि डॉ के विक्रम राव पत्रकारिता के क्षेत्र में ऐसा व्यक्तित्व रहे हैं जिन्होंने सदैव ही पूरी कर्मठता और लगन के साथ अपने सामाजिक दायित्व निभाए हैं

वरिष्ठ पत्रकार डॉ. के विक्रम राव के निधन पर श्रद्धांजलि एवं गोष्ठी का आयोजन
उरई (जालौन)सोमवार को नगर के मोहल्ला राजेंद्र नगर स्थित बैंक कॉलोनी के सहज भवन में देश के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार डॉ. के विक्रम राव के निधन पर श्रद्धांजलि एवं गोष्ठी का आयोजन पूर्व कमिश्नर शंभू दयाल की अध्यक्षता एवं जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ घनश्याम अनुरागी तथा वरिष्ठ पत्रकार तथा स्तंभकार अनिल शर्मा और केपी सिंह के आतिथ्य में आयोजित की गई जिसमें सभी ने डॉ.के विक्रम राव को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके पत्रकारिता जीवन के योगदान पर चर्चा की।पत्रकार श्रीकांत शर्मा के संयोजन और पत्रकार सुनील शर्मा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम उपस्थित अतिथियों ने डॉ. के राव के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए इस मौके पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ घनश्याम अनुरागी ने कहा कि पत्रकारों की लोकतंत्र को सशक्त बनाने में अहम भूमिका है.वरिष्ठ पत्रकार केपी सिंह ने कहा कि डॉ के विक्रम राव पत्रकारिता के क्षेत्र में ऐसा व्यक्तित्व रहे हैं जिन्होंने सदैव ही पूरी कर्मठता और लगन के साथ अपने सामाजिक दायित्व निभाए हैं उन्होंने सदैव ही ऐसे पत्रकारों को जो संघर्ष और उत्पीड़न का सामना करते हैं उनकी लड़ाई लड़ी है इसी क्रम में पूर्व कमिश्नर शंभू दयाल ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन करने वाले डॉ.के राव को जिस तरह से पत्रकारिता जगत के लोग याद कर रहे हैं वह उनकी विलक्षण व्यक्तित्व को दर्शाता है वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा, संजय श्रीवास्तव, सुधीर त्रिपाठी,राजेश द्विवेदी नीरज बंसल संजय दुबे चौधरी जयकरण सिंह श्रीकांत शर्मा आदि ने अपने संबोधन में डॉ. के राव के व्यक्तित्व को संपूर्ण समाज के लिए समर्पित बतलाया। और कहा कि उन्होंने पत्रकारिता को देश और दुनिया में ऊंचे सोपनो तक पहुंचा है वह प्रेरक व्यक्तित्व के धनी रहे हैं उनके सिद्धांत और मूल्यों को नई पीढ़ी के पत्रकारों को आत्मसात करके आगे बढ़ना चाहिए। इस अवसर पर पत्रकार शत्रुघ्न सिंह यश त्रिपाठी सहित अनेकों लोग मौजूद रहे।