अखिलेश यादव ने अनिरुद्धाचार्य से पूछा भगवान कृष्ण का पहला नाम, जवाब न मिलने पर कहा - "आपका रास्ता अलग..."
अखिलेश यादव ने कृष्ण भगवान के अवतार कहे जाने वाले अनिरुद्ध आचार्य बाबा की बोलती बंद कर दी कृष्ण भगवान का नाम पूछ लिया ! अखिलेश यादव- वासुदेव जी ने आधी रात जब मां के हाथ में कृष्ण को दिया तब पहला नाम मां ने क्या बोला था ?
इसलिए मैं बार-बार कहता हूं अहीर से बड़ा कोई हिंदू नहीं, इस धरती पर
अब ये लोग अहीर को सिखाएंगे कि वह भगवान का भक्त है या नहीं !
मुझे भी नहीं पता है अगर आप सब में से किसी को पता हो तो जरूर कमेंट में बताएं
कथावाचक स्वामी अनिरुद्धाचार्य, जिनके वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते हैं, हाल ही में एक नए वीडियो में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ नज़र आए हैं। यह वीडियो कब का है इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन इसमें अखिलेश यादव अनिरुद्धाचार्य से एक महत्वपूर्ण बात कहते दिख रहे हैं। इसके साथ ही बीच सड़क जिस तरह से अखिलेश यादव ने अनिरुद्धाचार्य की बोलती बंद की उसके सोशल मीडिया पर जमकर चर्चे हो रहे हैं।
यह दिलचस्प मुलाकात लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हुई, जहां अखिलेश यादव का काफिला गुजर रहा था और सामने से स्वामी अनिरुद्धाचार्य आ रहे थे। दोनों ने हाथ मिलाए और संक्षिप्त बातचीत हुई।
सोशल मीडिया के चर्चित धर्मगुरु अनिरुद्धाचार्य महाराज और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच हुई बातचीत के वायरल वीडियो के बाद अनिरुद्धाचार्य ने अखिलेश यादव को जवाब दिया. एक हाईवे पर अखिलेश यादव ने वर्ण व्यवस्था को लेकर अनिरुद्धाचार्य से बात की. उन्होंने वर्ण व्यवस्था और शुद्र कहने को लेकर अपनी आपत्ति जताई.
इस बीच अखिलेश यादव में अनिरुद्धाचार्य से भगवान श्री कृष्ण का पहला नाम पूछा. जवाब ना मिलने पीआर अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे आपके रास्ते अलग हैं. आज अनिरुद्धाचार्य ने अपने प्रवचन के दौरान अखिलेश यादव को जवाब देते हुए कहा कि सवाल करने वाला व्यक्ति जवाब पहले से याद कर लेता है. अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि भगवान के नाम अनंत हैं लेकिन सवाल करने वाले को सिर्फ एक ही नाम याद है, इसलिए जो उन्हें याद है, वो वही नाम सही मानता है.
उन्होंने कहा, "भगवान के अनंत नाम हैं और उन्हें कोई नहीं गिन सकता लेकिन आज समाज में कोई जरा सा जान लें तो वो खुद को बहुत बड़ा ज्ञानी समझने लगता है". उन्होंने कहा, "मुझे एक नेता जी मिले तो उन्होंने कहा भगवान का नाम क्या है तो हमने कहा कि भगवान के नाम तो अनंत हैं. कोई भी बालक हो सबसे पहले लोग यही पूछते हैं कि लाला है या लाली. ऐसी ही कन्हैया का पहला नाम लाला लेकिन जो लिखित में हैं तो वो कृष्ण था." "कृष्ण के भी पहले उनका नाम लाला जैसा कि सभी बोलते हैं या फिर लोग अपनी-अपनी भाषा में इसे बोलते हैं."
उन्होंने कहा, "नहीं ये नाम नहीं है और आपका रास्ता अलग और मेरा रास्ता अलग. वह नेता यूपी के मुख्यमंत्री रह चुके हैं मतलब वह राजा रह चुके हैं. इसका मतलब ये कि वो अपनी प्रजा को पुत्र जैसा मानें. राजा पिता होता है और प्रजा पुत्र होती है. तो सोचिए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मेरे से बोले कि आपका रास्ता अलग और मेरा रास्ता अलग है. क्योंकि मैंने उनके पूछे हुए प्रश्न का उनके मन मुताबिक उत्तर नहीं दिया. मैंने वही कहा जो सच है. अब अगर आप लिखी हुई बात न मानों तो आप से कोई नहीं जीत सकता है."