एनिमल लवर्स पर PM मोदी का तंज : 'वो लोग गाय को जानवर नहीं मानते,SC ने डॉग लवर्स के पक्ष में फैसला सुनाया था
विज्ञान भवन में ज्ञान भारतम पोर्टल लॉन्च के दौरान पीएम मोदी ने एक पशु प्रेमी से मुलाकात का मजेदार किस्सा साझा किया, जिससे सभागार में ठहाके गूंज उठे। पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा कि कई लोग गाय को पशु ही नहीं मानते। उनकी यह बात चर्चा का विषय बन गई।
 
                                मोदी सरकार ने 2014 से गौ संरक्षण के लिए कई पहल शुरू की, जिनमें 2019 में राष्ट्रीय कामधेनु आयोग की स्थापना भी शामिल है. इसका मकसद गायों की सुरक्षा और विकास करना है.
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) शुक्रवार को राजधानी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में पहुंचे। यहां पर उन्होंने भारतम पोर्टल (Bharatam Portal) की शुरुआत भी की। इस दौरान उन्होंने भारत के प्राचीन इतिहास और उससे जुड़ीं पांडुलिपियों के संबंध में लोगों के ज्ञान को बढ़ाया। हालांकि इसी दौरान पीएम ने पशु प्रेमियों (Animal Lovers) को लेकर कुछ ऐसा कहा, जिससे वहां पर मौजूद सभी लोग हंसने लगे।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान एक पशु प्रेमी से मुलाकात की बात कही। उन्होंने कहा, “अभी हाल ही में, मैं कुछ एनिमल लवर्स से मिला था।” पीएम की यह बात सुनते ही वहां पर मौजूद लोग दबी जुबान में हंसने लगे। इस पर पीएम ने पूछा, “आप लोगों को हंसी क्यों आ गई? हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग हैं… जो विशेषकर गाय को पशु नहीं मानते हैं।” प्रधानमंत्री की यह बात सुनकर वहां पर लोग खिल-खिलाकर हंसने लगे।
गौरतलब है कि पीएम मोदी कुछ दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली से आवारा कुत्तों को बाहर करने और फिर उस आदेश को निरस्त करने के फैसले ने दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं थीं। इस दौरान सोशल मीडिया और सड़क पर भी लोग भी दो धड़ों में बंट गए थे। एक तरफ वह लोग थे, जो इसके समर्थन में थे और दूसरी तरफ वह लोग जो इस फैसले के विरोध में थे। ऐसे में दोनों तरफ से ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी था।
इससे पहले पीएम मोदी ने भारतम पोर्टल के लांच पर का कि यह एक डिजिटल मंच है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत की प्राचीन पांडुलिपियों का संरक्षण करके उनका डिजिटलीकरण करके उनके आधुनिक ज्ञान का प्रचार-प्रसार करना है।
पीएम मोदी ने इस दौरान भारत की परंपरा पर बात करते हुए इस पोर्टल की खासियत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे देश की पांडुलिपियां मानवता की यात्रा को पूरी तरह से प्रदर्शित करती हैं। इसमें दर्शन, विज्ञान, खगोलशास्त्र, चिकित्सा और वास्तुकला से जुड़े विषय शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गणित से लेकर कंप्यूटर साइंस के तक के विषय भारत की शून्य जैसी खोजों की दम पर टिके हुए हैं।
 प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस
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