क्षत्रिय करनी सेना के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी से की मुलाक़ात
राष्ट्रहित एवं सनातन धर्म के पुनरुत्थान पर हुई महत्वपूर्ण चर्चा

भोपाल । क्षत्रिय करनी सेना के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने हाल ही में पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज से आत्मीय भेंट की। इस विशेष अवसर पर राष्ट्रहित, सनातन संस्कृति के संरक्षण तथा सामाजिक समरसता से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन विमर्श हुआ।
महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज, जो आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रवादी विचारों के प्रबल संवाहक माने जाते हैं, ने श्री राणा के प्रयासों की सराहना करते हुए युवाओं को सनातन धर्म की मूल भावना से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जब युवा राष्ट्र और धर्म के लिए जागृत होते हैं, तब इतिहास रचा जाता है। महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने कहा कि इस भेंट के माध्यम से यह संदेश स्पष्ट हुआ कि यदि सनातन और राष्ट्र के प्रति युवाओं की चेतना जागृत हो, तो सामाजिक परिवर्तन की लहर को कोई नहीं रोक सकता। महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महराज ने आस्वस्त किया कि वो पूरे तन, मन धन से ओकेंद्र राणा के साथ हैं।
इस मुलाकात पर ओकेंद्र राणा, जिन्होंने कम आयु में ही राष्ट्र व समाज सेवा को जीवन का उद्देश्य बना लिया है, आज पूरे भारत में एक सशक्त, जागरूक और निर्भीक नेतृत्वकर्ता के रूप में पहचाने जाते हैं। उनका स्पष्ट मानना है कि राष्ट्र निर्माण केवल शासन या व्यवस्था की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक, विशेषतः युवा वर्ग का दायित्व है। श्री राणा ने इस भेंट के दौरान कहा, सनातन धर्म कोई केवल परंपरा नहीं, बल्कि एक जीवन पद्धति है जो सभी के कल्याण का मार्ग दिखाती है। हमें अपने सांस्कृतिक मूल्यों को पुनः प्रतिष्ठित कर भारत को विश्वगुरु के पथ पर अग्रसर करना है। दोनों महानुभावों ने निकट भविष्य में संयुक्त रूप से राष्ट्रवादी और सांस्कृतिक जागरण के अभियान चलाने की इच्छा भी व्यक्त की।