कमलनाथ ने नेताओं के बयानों पर साधा निशाना,भाजपा पर सेना के अपमान का आरोप; एमपी महिलाओं पर अत्याचार की राजधानी
एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी ने भोपाल में शनिवार को महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन किया। वहीं दूसरी छिंदवाड़ा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश में महिलाओं की स्थिति खराब होने की बात कही। कमलनाथ ने कहा मध्य प्रदेश तो महिलाओं पर अत्याचार की राजधानी है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने गृहनगर छिंदवाड़ा में प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए
मेट्रो प्रोजेक्ट पर बोले कमलनाथ मीडिया से चर्चा में कमलनाथ ने कहा कि जब वे केंद्रीय मंत्री थे, तब बाबूलाल गौर को बुलाकर उनसे कहा था, मुझे शर्म आती है कि हमारे यहां मेट्रो क्यों नहीं है। कमलनाथ ने बताया कि उन्होंने बाबूलाल गौर से प्रोजेक्ट बनाकर देने को कहा था।
बाबूलाल गौर ने बताया था 17 करोड रुपए इस प्रोजेक्ट रिपोर्ट में लगेंगे। जब मैं मुख्यमंत्री बना तब मैंने इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था आज यह उद्घाटन कर रहे हैं। अब आज इंदौर में मेट्रो का उद्घाटन हो रहा है।.उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, 'जो भी बयानबाज़ी सामने आ रही है, वह सेना के मनोबल को ठेस पहुंचाने वाली है। भाजपा को यह समझना चाहिए कि सेना देश का गौरव है, और राजनीतिक लाभ के लिए उसका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।'
सेना पर राजनीति गलत
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के नेताओं ने हाल के दिनों में जो बयान दिए हैं वो बेहद आपत्तिजनक और देश की सेना के शौर्य का अपमान हैं। हमारे जवान सीमा पर अपने प्राणों की बाज़ी लगाकर देश की रक्षा करते हैं। उनके बलिदान को राजनीतिक भाषणों में घसीटना गलत है। सेना राजनीति से ऊपर है। भाजपा को यह समझना चाहिए।
बोले- झूठा श्रेय नहीं लेना चाहिए
कमलनाथ ने कहा कि भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट की नींव उन्होंने ही रखी थी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जब भाजपा के बाबूलाल गौर मुख्यमंत्री थे, उस समय उन्होंने खुद उन्हें दिल्ली बुलाकर मेट्रो प्रोजेक्ट पर काम शुरू करवाया। मैंने मेट्रो के सर्वे के लिए दिल्ली से 17 करोड़ रुपये स्वीकृत करवाए थे। प्रोजेक्ट का खाका तब तैयार हुआ और जब मैं मुख्यमंत्री बना तो खुद उसका शिलान्यास किया। अब जब काम दिखाई देने लगा है तो भाजपा इसे अपनी उपलब्धि बता रही है। भाजपा को जनता को सच्चाई बतानी चाहिए न कि झूठा श्रेय लेना चाहिए।
महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण पर भी सवाल
महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि राज्य की महिलाएं आज भी असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के पास महिला सुरक्षा को लेकर कोई ठोस योजना नहीं है, सिर्फ इवेंट और मंचों पर भाषण दिए जा रहे हैं।