सीएम मोहन यादव ने कहा- चाय वाला PM है, गाय वाला आपके सामने बोल रहा…
यूपीएससी 2024 में चयनित मध्य प्रदेश के अभ्यर्थियों को किया गया सम्मानित, इस बार एमपी के 60 अभ्यर्थियों का यूपीएससी में हुआ है चयन.

भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को राजधानी के कुशाभाऊ इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में यूपीएससी 2024 में चयनित अभ्यर्थियों का सम्मान किया. इस दौरान सीएम ने प्रतिभागियों को मोमेंटो और भारतीय ज्ञान परंपरा की पुस्तक भेंट की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. बता दें कि मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब प्रदेश से इतनी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों का चयन सिविल सर्विसेस के लिए हुआ है.
रिकार्ड 6 प्रतिशत उम्मीदवार एमपी के
उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन ने बताया कि "इस बार देशभर से 1009 लोगों का चयन यूपीएससी 2024 में हुआ है. इसमें 60 उम्मीदवार मध्य प्रदेश से हैं. इनमें 45 लड़के और 15 लड़कियां शामिल हैं." अनुपम राजन ने बताया कि मध्य प्रदेश से 125 अभ्यर्थियों का चयन साक्षात्कार के लिए किया गया था, जिसमें से 60 लोगों को सफलता हाथ लगी. वहीं पिछली बार मध्य प्रदेश से यूपीएससी में 45 लोगों को चयन हुआ था.
इस मौके पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि "देश का दिल मध्य प्रदेश है. ऐसे में मध्य प्रदेश की धड़कन से ही देश को चलाने में मदद मिलती है. आज यदि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, तो इसे भारतीय प्रशासनिक सेवा के लोगों ने अपने नजर से युक्त, बुद्धि और मेहनत से बनाया है." सीएम ने कहा कि "मध्य प्रदेश के अंदर के लोग जो हैं उनके अंदर परमात्मा ने कुछ विशेष गुण दिए हैं. इनमें अधिकांश सरकारी स्कूल से निकलने वाले बच्चों ने उपलब्धियां हासिल की है. कीचड़ से ही कमल खिलते हैं."
चाय वाला पीएम है और गाय वाला सीएम
सीएम ने कहा कि "आजादी के पहले तक प्रशासनिक सेवा में भर्ती के लिए आईसीएस की परीक्षा होती थी. इसमें अधिकतर अंग्रेज ही बैठते थे और उनका ही चयन होता था. इसको लेकर अंग्रेजों में काफी घमंड था, उनको लगता था कि उनके पास विशेष गुण हैं. लेकिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने उस समय 23 साल की उम्र में आईसीएस की परीक्षा पास की और उसमें टॉप किया." सीएम ने कहा कि "देश में चाय वाला सीएम है और गाय वाला इस मंच पर बोल रहा है."
सीएम ने यूपीएससी के चयनित अभ्यर्थियों को सम्मानित करने के साथ उच्च शिक्षा विभाग के यूट्यूब चैनल ई-ज्ञान सेतु का शुभारंभ किया. इसके जरिए बच्चों को स्टडी मटेरियल ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा. इसमें ऑनलाइन कोर्स, वीडियो ट्यूटोरियल और अन्य सामग्री अपलोड की जाएगी. ई-ज्ञान सेतु पर मेडिकल और इंजीनियरिंग समेत अन्य कोर्स से जुड़े स्टडी मटेरियल आसानी से मिलेंगे. इसके लिए भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर, मुरैना, सागर, जबलपुर, रीवा और शहडोल में डिजिटल स्टूडियो का शुभारंभ भी किया गया.
न्यायप्रियता और सुशासन की राह पर आगे बढ़ें : सीएम माेहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश को एक स्वस्थ्य लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. यह लोकतांत्रिक व्यवस्था की ही देन है कि जमीन से जुड़े व्यक्ति को भी देश-प्रदेश का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हो सकता है. यह भी गर्व का विषय है कि सिविल सेवा में चयनित अधिकांश युवाओं ने शासकीय स्कूलों से पढ़ाई की है.