महिला और बच्चे का दिनदहाड़े अपहरण, बंदूक की नोक पर घर से उठा ले गए बदमाश,कांग्रेस ने मोहन सरकार को घेरा
छतरपुर जिले के लवकुशनगर थाना क्षेत्र के शुमेडी गाँव में दोपहर करीब 1 से 2 बजे के बीच संजय सिंह राजपूत अपने 10 से 15 साथियों के साथ हथियार से लैस होकर गांव में घुस गया. पहले उसके साथियों ने फायरिंग कर दहशत फैलाई जिसे देखकर हर कोई सन्न रह गया. लोग ऐसा दृश्य फिल्मों में देखते थे, लेकिन आज छतरपुर जिले के एक गांव में देखा गया. जिसका वीडियो भी सामने आया है.

छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के लवकुशनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत सुमेरी गांव में शनिवार को दिनदहाड़े एक महिला और उसके दो छोटे बच्चों का अपहरण कर लिया गया। दोपहर करीब 12:30 बजे एक युवक संजय सिंह राजपूत करीब एक दर्जन साथियों के साथ गांव में कार और बाइक से पहुंचा। सभी के पास हथियार और लाठी-डंडे थे। जैसे ही वे गांव में दाखिल हुए, फायरिंग शुरू कर दी और सीधे महिला मिथलेश (26), उसके बेटे सार्थक (7) और बेटी भूमि (5) को जबरन कार में बैठाकर फरार हो गए।
घटना के दौरान महिला के पति हरिराम प्रजापति ने विरोध किया, जिसे आरोपियों ने बुरी तरह पीटा। हरिराम को प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि सिर पर कट्टे के बट से गंभीर चोट के निशान मिले हैं, गोली लगने की आशंका नहीं है। इस अपहरण का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मुख्य आरोपी संजय सिंह महिला को बाल पकड़कर घसीटते हुए कार में बैठाते हुए दिख रहा है। बच्चे भी जबरन कार में डाले गए।
महिला के ससुर जगतलाल पाल ने बताया कि आरोपी पहले दिन भी घर के पास आया था और बैठा रहा था, जिस पर विवाद हुआ था। अगले दिन वह हथियारबंद साथियों के साथ लौटा और घटना को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि महिला की सास चंपा देवी ने बचाव की कोशिश की तो उसे भी आरोपियों ने पीटा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में आरोपियों को सार्वजनिक रूप से अपहरण करते हुए दिखाया गया है.इस घटना से लोगों में आक्रोश फैल गया है और विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की आलोचना की है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "छतरपुर में एक महिला और उसके दो बच्चों का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया. आरोपियों ने गोलियां चलाईं और उन्हें जबरन कार में ले गए."
पटवारी ने यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि राज्य "अराजकता के नए रिकॉर्ड" बना रहा है. उन्होंने सवाल किया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव, जिनके पास गृह विभाग भी है, चुप क्यों हैं. वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी घटना की निंदा की और दावा किया, "मध्य प्रदेश में कानून का कोई डर नहीं बचा है. इस तरह के फिल्मी अंदाज़ के अपराध जंगल राज की ओर इशारा करते हैं. यह बेहद चिंताजनक है."
लवकुशनगर के एसडीओपी नवीन दुबे के मुताबिक, मामले में प्रेम-प्रसंग की संभावना है। बताया गया कि महिला और आरोपी के बीच संबंध थे, लेकिन महिला के पति को यह मंजूर नहीं था। आरोपी पहले महिला से मिलने आता था। घटना के बाद आरोपी कुछ दूर जाकर कार छोड़कर बाइकों से फरार हो गया। पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है और महिला व बच्चों की तलाश की जा रही है। गांव में दहशत का माहौल है और पीड़ित परिवार ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।