मणिपुर में बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया,तेज हुई सरकार बनाने की कवायद,फरवरी से लागू है राष्ट्रपति शासन
बीजेपी नेता राधेश्याम सिंह ने कहा, "लोगों की इच्छा के मुताबिक 44 विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. हमने राज्यपाल को यह बात बता दी है. हमने इस मुद्दे के लिए क्या समाधान हो सकते हैं, इस पर भी चर्चा की."

मणिपुर में सरकार बनाने की कवायद तेज
राज्यपाल से मिलने पहुंचे भाजपा और एनपीपी विधायक
नई दिल्ली। मणिपुर में एक बार फिर से सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है और इस बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने सरकार बनाने का दावा पेश कर राज्यभवन में राज्यपाल से मुलाकात की है।
भाजपा नीत एनडीए के 10 विधायक सरकार बनाने का दावा लेकर इंफाल में राज्यभवन पहुंचे हैं और उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की है। इन 10 विधायकों में भाजपा के 8, एनपीपी के 1 और 1 निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
अमित शाह को लिखा था पत्र
इससे पहले 21 विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पूर्वोत्तर राज्यों में शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए 'लोकप्रिय सरकार' बनाने का आग्रह किया था। पत्र पर भाजपा के 13, एनपीपी के 3 और दो निर्दलीय सदस्यों ने हस्ताक्षर किए थे।
कितने विधायकों के समर्थन का किया दावा?
मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करने वाले विधायकों ने 44 विधायकों के समर्थन की बात कही है। बता दें, मणिपुर विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए बहमत का आंकड़ा 31 है।
राज्यपाल से मिलने के बाद भाजपा विधायक थोकचोम राधेश्याम ने कहा कि कांग्रेस को छोड़कर 44 विधायक मणिपुर में सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। निर्दलीय विधायक सपाम निशिकांत ने कहा कि हमने राज्यपाल को एक पेपर दिया है, जिस पर 22 विधायकों ने साइन किए हैं। मणिपुर में सभी एनडीए विधायक सरकार बनाना चाहते हैं।