राजा रघुवंशी मर्डर केस पर बोले कैलाश विजयवर्गीय,ऐसे बच्चे सोनम बनते हैं, पूतना से तुलना कहा इंदौर को किया कलंकित

मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड की निंदा करते हुए आरोपी सोनम की तुलना पूतना से की. उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कारों का होना भी उतना ही जरूरी है. उन्होंने माता-पिता से बच्चों में नैतिक शिक्षा देने पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार भी बेहद जरूरी हैं, वरना बच्चे "सोनम" बन जाते हैं, जिसने इंदौर को कलंकित कर दिया.

राजा रघुवंशी मर्डर केस पर बोले कैलाश विजयवर्गीय,ऐसे बच्चे सोनम बनते हैं, पूतना से तुलना कहा इंदौर को किया कलंकित

राजा रघुवंशी हत्याकांड के बाद उसकी पत्नी सोनम की चर्चा देशभर में हो रही है। सोनम पर पति की हत्या की साजिश रचने का आरोप है और वह इस समय पुलिस कस्टडी में है।

इंदौर: राजा रघुवंशी हत्याकांड का मामला चर्चा में है और हत्याकांड की आरोपी पत्नी सोनम समेत 5 आरोपियों को शिलॉन्ग कोर्ट ने 8 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। इस मामले पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का बयान सामने आया है। कैलाश विजयवर्गी ने कहा, 'बच्चों को पढ़ाना लिखाना अच्छी बात है लेकिन उन्हें संस्कार भी दें। बिना संस्कार के बच्चे सोनम बन जाते हैं। हमारे इंदौर को उस बेटी ने कलंकित कर दिया।'

बात करने में भी शर्म आती है: विजयवर्गीय

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'हम कहीं भी जाते हैं, फिर चाहें वो इंदौर, भोपाल या ग्वालियर क्यों ना हो, सब इंदौर की घटना के लिए पूछते हैं। बात करने में भी शर्म आती है। जब बच्चों में संस्कार हो तो कभी ऐसे काम नहीं करते। एक रोटी कम खाना लेकिन बच्चों को संस्कार जरूर देना।'

पूतना का दिया उदाहरण

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'अगर कोई महिला हो, जिसमें शर्म नहीं हो, ममता नहीं हो और प्यार नहीं हो और केवल शरीर हो तो ऐसी महिला पूतना होती है। पूतना, भगवान कृष्ण के लिए कटोरे में जहर लेकर गई थी। पूतना में ममता, करुणा नहीं थी। प्यार नहीं था। कोई मां अपने बच्चों को मारती है क्या? मैं हमेशा कहता हूं कि नशे से बच्चों को बचाना चाहिए। जो सोनम के साथ पकड़े गए हैं, वह नशा करते होंगे। क्षेत्र में कोई नशा भेजता हो तो हमें जरूर बताना, हम सख्त कार्रवाई करेंगे।'

युवा पीढ़ी को नैतिक मूल्य और संस्कार दें

अपने संबोधन के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने हाल ही में इंदौर में घटित एक घटना का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र किया, जिसमें एक लड़की ‘सोनम’ का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से पूरे शहर की छवि खराब होती है. उन्होंने कहा, मैं जब भोपाल और ग्वालियर गया, तो लोग इंदौर की घटना के बारे में पूछ रहे थे, लेकिन मैंने उन्हें मना कर दिया कि इस घटना का जिक्र न करें. ऐसी घटनाएं माता-पिता को शर्मसार कर देती हैं.

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी में संस्कारों की कमी चिंता का विषय है. उन्होंने मां-बाप से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को केवल डिग्रियां न दिलवाएं, बल्कि उनमें नैतिक मूल्यों और संवेदनाओं का भी विकास करें.