राजा की आत्मा अभी भी भटक रही,भाई ने की आत्मा की मुक्ति की प्रार्थना, शिलांग में राजा रघुवंशी के लिए हुई विशेष पूजा

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या को करीब दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन उनके परिवार को अब भी यह डर सता रहा है कि राजा की आत्मा भटक रही है। इसी मान्यता के चलते परिवार ने मेघालय के उस स्थान पर पूजा-पाठ कराने का फैसला किया है जहाँ 2 जून को राजा रघुवंशी का शव मिला था।

राजा की आत्मा अभी भी भटक रही,भाई ने की आत्मा की मुक्ति की प्रार्थना, शिलांग में राजा रघुवंशी के लिए हुई विशेष पूजा

इंदौर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या को लगभग दो महीने बीत चुके हैं. परिवार का मानना है कि घटना के बाद से ही राजा की आत्मा भटक रही है. आत्मा की शांति के लिए परिवार ने मेघालय में हत्यास्थल पर धार्मिक अनुष्ठान करवाया.

इंदौर के रघुवंशी के परिवार ने सोहरा में उस जगह पर पूजा की जहां उनके बेटे राजा की हत्या की गई थी. राजा रघुवंशी की मेघालय में हनीमून के दौरान हत्या कर दी गई थी. ये पूजा पाठ वेइसाडोंग फॉल्स के निकट सुनसान पार्किंग स्थल पर किए गए.

परिवार को उम्मीद है कि इस धार्मिक अनुष्ठान से राजा की आत्मा को शांति मिलेगी और अंततः न्याय मिलेगा. 

अनुष्ठान के बाद भावुक विपिन ने कहा, "हम उस स्थान पर आना चाहते थे जहां हमारे राजा ने अंतिम सांस ली थी. किसी भी परिवार को ऐसा नहीं करना चाहिए, लेकिन यह हमारे लिए महत्वपूर्ण था."

राजा अपनी पत्नी सोनम के साथ 23 मई को लापता हो गए थे, जो मेघालय में उनका हनीमून माना जा रहा था. दस दिन बाद, पुलिस ने 30 फुट गहरी खाई से उनका क्षत-विक्षत शव बरामद किया, जिस पर चाकूओं से किए गए कई घाव थे.

पुलिस के अनुसार, राजा की हत्या उसकी पत्नी के इशारे पर इंदौर के तीन लोगों ने की थी. जांच से पता चला कि सोनम का राज कुशवाहा नाम के एक व्यक्ति के साथ संबंध था और उसने महीनों से हत्या की साजिश रची थी.

राजा के बड़े भाई विपिन रघुवंशी मंगलवार को शिलांग पहुंचे. उन्होंने स्थानीय पुजारी और ज्योतिषी विनोद परियाल के साथ सोहरा (चेरापूंजी) में उस स्थान का दौरा किया जहां हत्या हुई थी. वहां पुजारी ने राजा रघुवंशी की आत्मा की शांति के लिए विशेष अनुष्ठान किए.

भाई ने कहा- राजा की आत्मा भटक रही है

राजा के भाई विपिन रघुवंशी मंगलवार को शिलॉन्ग पहुंचे थे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं सोहरा में उस स्थान पर जाऊंगा जहां राजा का शव मिला था।" उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, "मैं उस जगह पर पूजा-पाठ करवाना चाहता हूं, मुझे लगता है कि उसकी आत्मा अब भी भटक रही है।" विपिन ने यह नहीं बताया कि वह किस दिन पूजा कराने वाले हैं। न ही उन्होंने विस्तार से यह समझाया कि उन्हें ऐसा क्यों लगता है कि राजा की आत्मा भटक रही है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले राजा के पिता ने भी इसी तरह की बात कही थी, उन्होंने कहा था कि ऐसा लगता है कि बेटे की आत्मा घर में भटक रही है।