पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान ‘अबीर गुलाल’ भारत में नहीं होगी रिलीज, केंद्र सरकार ने लगाई रोक
पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान (Fawad Khan) लंबे समय बाद फिल्म अबीर गुलाल के जरिए बॉलीवुड में कमबैक करने वाले थे। लेकिन जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के चलते उनकी फिल्म पर गाज गिर गई है। खबर आई है कि भारत में अबीर गुलाल की रिलीज पर रोक लगा दी गई है।

Abir Gulal : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद पूरे देश में पाकिस्तान को लेकर गुस्सा चरम पर है। इस जनाक्रोश का सीधा असर पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान की आगामी फिल्म अबीर गुलाल पर पड़ा है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार, भारत में इस फिल्म की रिलीज़ को रोक दिया गया है।
पहले से ही विवादों में घिरी अबीर गुलाल 9 मई 2025 को सिनेमाघरों में उतरने वाली थी। इस फिल्म का निर्देशन आर्ती एस. बागदी ने किया है और खास बात यह है कि इससे फवाद खान लंबे अंतराल के बाद भारतीय सिनेमा में वापसी कर रहे थे। फिल्म में फवाद के साथ वाणी कपूर, रिद्धी डोगरा, लीजा हेडन, सोनी राजदान, फरीदा जलाल, राहुल वोहरा और परमीत सेठी जैसे कई चर्चित चेहरे शामिल हैं।
दुबई में हुआ था संगीत विमोचन
फिल्म को लेकर विवाद की शुरुआत पहले ही हो चुकी थी जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने इस पर आपत्ति जताई थी और राज्य में इसके प्रदर्शन का विरोध किया था। इन धमकियों के बावजूद फिल्म से जुड़े प्रचार-प्रसार और कार्यक्रम चलते रहे। फिल्म का म्यूज़िक लॉन्च दुबई में किया गया था, जो मेकर्स की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार की रणनीति का हिस्सा था। फवाद खान आखिरी बार 2016 में करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल में नजर आए थे, जिसके बाद यह फिल्म उनकी बहुप्रतीक्षित वापसी मानी जा रही थी।
यूट्यूब से हटे गाने, प्रोडक्शन हाउस ने नहीं दी सफाई
हमले के बाद जनता के बीच उभरे पाकिस्तान विरोधी माहौल के चलते फिल्म के प्रमोशनल कंटेंट पर भी असर पड़ा है। यूट्यूब से अबीर गुलाल के दोनों गाने — ‘अंग्रेजी रंगरसिया’ और ‘खुदाया इश्क’ — हटा दिए गए हैं और अब भारत में ये गाने उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, प्रोडक्शन हाउस ‘अ रिचर लेंस एंटरटेनमेंट’ की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। गौरतलब है कि फिल्म का टीज़र और ‘खुदाया इश्क’ गाने का ट्रेलर अभी भी प्रोडक्शन हाउस के यूट्यूब चैनल पर दिख रहा है, जिससे यह स्पष्ट है कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है और कई बातें अब भी अधर में लटकी हैं।