क्रांति गौड़ को मोहन सरकार ने दिया 1 करोड़ रुपए का चेक,क्रिकेटर क्रांति बोलीं- जिंदगी में बहुत मुश्किलों का सामना किया:एक करोड़ से घर और परिवार संवारूंगी

ब्लैक सूट और आंखों पर काला चश्मा पहने मां के साथ पूरे गर्व और सम्मान के साथ जब विश्व कप विजेता टीम की सदस्य और तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ मंच पर पहुंची तो पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा। सीएम मोहन यादव और राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने उन्हें 1 करोड़ राशि का चेक सौंपकर सम्मानित किया

क्रांति गौड़ को मोहन सरकार ने दिया 1 करोड़ रुपए का चेक,क्रिकेटर क्रांति बोलीं- जिंदगी में बहुत मुश्किलों का सामना किया:एक करोड़ से घर और परिवार संवारूंगी

जबलपुर में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन, क्रिकेटर क्रांति गौड़ को मोहन यादव सरकार ने दिया 1 करोड़ का चेक.

जबलपुर: बिरसा मुंडा जयंती के मौके पर जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन में सबसे बड़ा सम्मान क्रांति गौड़ को मिला. उन्हें इस मौके पर राज्य सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपए की राशि दी गई. क्रांति ने बताया कि "बुंदेलखंड में अब लड़कियां क्रिकेट सीखने लगी हैं. जिस अकादमी में मैं ट्रेनिंग लेती थी, वहां अब 20 नई लड़कियों ने ज्वाइन किया है, ये देखकर मुझे काफी अच्छा लगा. शायद ये मुझे देखकर या इंडिया वर्ल्ड कप जीती उसे देखकर लड़कियां आगे आ रही हैं."

क्रांति गोड़ को मिला 1 करोड़ का चेक

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने विश्व कप जीता है, इस टीम की एक सदस्य क्रांति गौड़ भी थीं. बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर जबलपुर के गैरिसन मैदान में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने क्रांति को 1 करोड़ रुपए की राशि का चेक दिया है. क्रांति का कहना है कि "आज भी लड़कियों को केवल घरों के कामकाज तक सीमित रखा जाता है. लोगों का मानना है की लड़कियों को खाना बनाने तक का काम आना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है. यदि लड़कियों को मौका मिले तो वह भी वर्ल्ड कप जीत सकती हैं."

परिवार समर्थन नहीं करता तो क्रिकेटर नहीं बन पाती'

इस मौके पर क्रांति ने बताया कि उसके लिए भारतीय क्रिकेट टीम तक पहुंचाना सरल नहीं था. परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह क्रिकेट खेल सके, लेकिन उसके बावजूद उसके परिवार ने उसका समर्थन किया और उसे अकादमी में दाखिल किया. उन्होंने कहा, "यदि परिवार समर्थन नहीं करता तो मैं क्रिकेटर नहीं बन पाती."

क्रांति का कहना है कि "इस कार्यक्रम में वह अपने माता-पिता के साथ पहुंची हैं. खुद पर उसे बड़ा गर्व महसूस हो रहा है कि उसकी वजह से उसके परिवार को भी सम्मान मिला." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने भाषण में इस बात का जिक्र किया कि आदिवासी समाज अब इतना जागरूक हो गया है कि उनकी एक बेटी ने भारतीय टीम में अपनी जगह बना ली है, जिसने विश्व कप जीता.

क्रांति गौड वूमेन्स प्रीमियर लीग में हिस्सा ले चुकी हैं और उन्होंने मुंबई इंडियंस टीम में सपोर्ट स्टाफ में चुना गया था, जहां से उन्होंने बेहतर अनुभव हासिल किया