डीएम और एसपी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण, दिए जरूरी निर्देश

जनपद जालौन की कालपी, माधौगढ़ और जालौन तहसील में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ की स्थिति बन गई है। 30 जुलाई 2025 को दोपहर 3 बजे जलस्तर 107.820 मीटर पहुंच गया, जो चेतावनी स्तर (107 मीटर) से ऊपर है और खतरे के निशान (108 मीटर) के करीब है। बाढ़ से 11 गांवों के करीब 1150 लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन द्वारा 16 बाढ़ राहत केंद्र स्थापित किए गए हैं, साथ ही 36 छोटी नावें, 16 बड़ी नावें और 20 मोटरबोट तैनात की गई हैं। 25 गांवों की कृषि भूमि भी जलमग्न हुई है।

यमुना में बढ़ते जलस्तर के बीच डीएम-SP ने संभाली कमान

जनपद जालौन की तहसील कालपी, जालौन तथा माधोगढ़ से बहने वाली यमुना नदी में दिनांक 28.07.25 की रात्रि से लगातार जल स्तर बढ़ने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जनपद जालौन के कालपी केंद्र पर यमुना नदी का जलस्तर 30.07.2025 को दोपहर 3 बजे 107.820मीटर था । जनपद में बाढ़ का चेतावनी बिंदु 107 मीटर तथा खतरे का बिंदु 108 मीटर है । प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। बाढ़ से तहसील कालपी के 04 गाँव पड़री, रायड़ दिवारा, गूढ़ा खास तथा उरकराकला, तहसील माधौगढ़ के 4 ग्राम निनावली जागीर, कुसेपुरा, किशनपूरा, डिकौलीजागीर व तहसील जालौन के 03 गॉव संकरपुर, भदेख, टिकरी के 1150 व्यक्ति प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मे कुल 16 बाढ़ राहत केंद्र स्थापित कर दिए गए है। बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों की सुविधा हेतु जनपद में आवश्यकतानुसार 36 छोटी नाव तथा 16 बड़ी नाव तथा 20 मोटरबोट लगा दी गई है। तहसील कालपी के 10 तहसील माधोगढ़ के 8 तथा तहसील जालौन के 7 गांव में कृषि भूमि प्रभावित हुई है। नदी के किनारे बसे समस्त गाँवों में बाढ़ चौकी क्रियाशील कर दी गई है जिनमें आवश्यकतानुसार खाने की सुविधा, स्वास्थ्य सुविधा ,पीने का पानी भी उपलब्ध है। पशुओं हेतु भूसे टीकाकरण दवा की व्यवस्था भी कर दी गई है। एस0डी0आर0एफ0 की टीम जनपद में उपलब्ध है। तहसील कालपी, जालौन तथा माधोगढ़ के उपजिलाधिकारी तथा पूरी राजस्व टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कैम्प कर रही है। पंचायत राज विभाग, स्वास्थय विभाग, पशुपालन विभाग पुलिस विभाग के अधिकारी भी बाढ़ क्षेत्र में मौजूद है।

जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय तथा पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश कुमार जालौन द्वारा बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये गये हैं। अभी तक कोई जनहानि अथवा पशुहानि नहीं हुई है!जल स्तर और बढ़ने की संभावना के कारण जिला प्रशासन की टीम सतर्क दृष्टि बनाए हुए है। अपर जिलाधिकारी संजय कुमार लगातार बाढ़ क्षेत्र गांवों का कैंप कर रहे है लोगों को समुचित मदद की जा रही है ।