बुलडोजर ऐक्शन : अतिक्रमण के खिलाफ चला अभियान, विरोध में उतरे लोग, महाकाल मंदिर की ओर जाने वाला रास्ता रोका

उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर मार्ग पर अवैध निर्माणों के खिलाफ प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की. प्राधिकरण ने नियमों के उल्लंघन के आरोप में 3 व्यावसायिक भवनों को ध्वस्त कर दिया.

बुलडोजर ऐक्शन : अतिक्रमण के खिलाफ चला अभियान, विरोध में उतरे लोग, महाकाल मंदिर की ओर जाने वाला रास्ता रोका

अधिकारियों ने समझाइश के बाद लोगों ने किया सहयोग, 28 संपत्तियों पर कार्रवाई।

निर्माण में नियमों के विपरीत निर्माण और लीज शर्तों का उल्लंघन पाया गया था।

उज्जैन नगर निगम और उज्जैन विकास प्राधिकरण की टीम ने की है यह कार्रवाई।

उज्जैन में शुक्रवार सुबह नगर निगम और उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) की टीम भारी पुलिस बल के साथ मुस्लिम बहुल इलाके में पहुंची। यहां उन 28 संपत्तियों पर कार्रवाई शुरू की गई जो या तो बिना लीज नवीनीकरण के बेची गई थीं या जिन पर अवैध निर्माण किया गया था।

शुरुआत में प्रशासन ने तीन संपत्तियों से अतिक्रमण हटाना शुरू किया। इसकी खबर फैलते ही सुबह 5 बजे से बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर बैठकर विरोध करने लगे। हालात को देखते हुए एहतियातन महाकाल मंदिर जाने वाला रास्ता कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया।

अधिकारियों ने दी समझाइश, खुद हटाया कब्जा

कार्रवाई के दौरान उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी, एसडीएम एलएन गर्ग और एडिशनल एसपी नितेश भार्गव मौके पर मौजूद थे। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अधिकारियों ने शहर काजी और मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों से बातचीत की।

पुलिस का क्या कहना है?

एसीपी नितेश भार्गव ने बताया कि यहां उज्जैन विकास प्राधिकरण की टीम अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची. पुलिस की टीम भी आई है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति पैदा न हो. अभी मौके पर 150 पुलिस के जवान मौजूद हैं. हालांकि, पहले कुछ लोगों ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का विरोध किया था. लेकिन, बाद में इन लोगों को समझाया गया. उन्होंने कहा कि सुबह पांच बजे से उज्जैन विकास प्राधिकरण और पुलिस की टीम यहां पर मौजूद है. लोगों को समझाया जा रहा है. कई लोग मान भी गए हैं, जिसके बाद वे स्वेच्छा से अपना घर खाली करके टीम का सहयोग कर रहे हैं.

लोगों ने जताया विरोध

आज सुबह जैसे ही बेगम बाग में पुलिस और प्रशासन द्वारा कब्जा हटाने की कार्यवाही की जानकारी एक समाज के लोगों तक पहुंची, वैसे ही सभी बेगम बाग पहुंचे और उन्होंने सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने कानून व्यवस्था संभालते हुए लोगों को इस प्रकार का प्रदर्शन न करने की समझाईश दी, लेकिन जब वह नहीं माने तो प्रशासनिक अधिकारियों ने लीज निरस्त होने और माननीय उच्च न्यायालय आदेशों के तहत कार्यवाही किए जाने के बाद लोगों को बताई जिसके बाद यह प्रदर्शन खत्म हुआ. याद रहे कि यह मार्ग महाकालेश्वर मंदिर पहुंचने का मार्ग भी है, जिसे इस प्रदर्शन के दौरान रोका गया था.