नारियल बेचने वाले की बेटी बनी डिप्टी कलेक्टर, सतना की प्रिया अग्रवाल ने हांसिल की MPPSC में 6वीं रैंक
मध्य प्रदेश में सतना जिले के बिरसिंहपुर कस्बे की बेटी प्रिया अग्रवाल को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग 2023 की परीक्षा में प्रदेश में छठी रैंक हासिल की है। इस शानदार सफलता के साथ, प्रिया अब डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्यभार संभालेंगी।
एमपीपीएससी 2023 के फाइनल परिणाम में सतना जिले के बिरसिंहपुर की बेटी प्रिया अग्रवाल ने प्रदेश में छठवां स्थान हासिल किया
सतना:मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग 2023 की परीक्षा का शनिवार को रिजल्ट आ गया. सतना जिले के बिरसिंहपुर कस्बे की बेटी प्रिया अग्रवाल परीक्षा में छठवीं रैंक प्राप्त कर डिप्टी कलेक्टर बन गई हैं. प्रिया के पिता विजय अग्रवाल बिरसिंहपुर गैवीनाथ शिव मंदिर के समीप नारियल प्रसाद की दुकान चलाते हैं. हाल में वह डिस्ट्रिक्ट लेबर ऑफिसर रीवा जिले अपनी सेवाएं दे रही हैं. डिप्टी कलेक्टर बनते ही पूरे गांव में जश्न का माहौल रहा.
बिरसिंहपुर कस्बे में प्रिया का जमकर स्वागत
शनिवार को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग वर्ष 2023 का रिजल्ट सामने आया है. इस रिजल्ट में प्रदेश के सतना जिले के बिरसिंहपुर कस्बे की निवासी प्रिया अग्रवाल ने पूरे प्रदेश में 6 वीं रैंक में है. वहीं महिलाओं में प्रथम स्थान हासिल किया है. प्रिया अग्रवाल के डिप्टी कलेक्टर बनते ही पूरे गांव में जश्न का माहौल है. बेटी रीवा से अपने निवास पहुंची है और ढोल नगाड़े के साथ फूलमाला से प्रिया अग्रवाल का स्वागत किया गया. परिवारजन सहित स्थानीय लोगों ने उन्हें ढेर सारी बधाइयां दी.
असफलता से घबराएं नहीं, कोशिश करते रहें'
इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया. समाज की अन्य बेटियों के लिए प्रिया अग्रवाल ने एक संदेश दिया है कि, ''हमेशा बेटियों को सही दिशा में संघर्ष करना चाहिए. आपके पास एक लक्ष्य होना चाहिए और अगर आप पीएससी की तैयारी कर रहे हैं तो मेंस के सिलेबस भी आपके सामने होना चाहिए. जिसमें टू द पॉइंट पढ़ाई करनी चाहिए और टू द पॉइंट नोट्स बनाने चाहिए. अगर किसी कारण बस सफलता नहीं मिलती तो घबराना नहीं चाहिए, आगे कोशिश करते रहना चाहिए.''
प्रिया ने 12वीं में हासिल किए थे 91% अंक
डिप्टी कलेक्टर प्रिया अग्रवाल ने बताया कि, ''प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा बिरसिंहपुर के सरस्वती ज्ञान मंदिर विद्यालय से की. उसके बाद शासकीय कन्या माध्यमिक शाला बिरसिंहपुर में कक्षा 9 से 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की. उन्होंने कक्षा 12वीं में 91% हासिल किए और उन्हें स्कॉलरशिप मिली. इसके बाद इंदौर के होलकर साइंस कॉलेज से BSC की पढ़ाई की. इसके बाद MA पॉलिटिकल साइंस पढ़ाई की. इसी बीच उन्होंने नेट का एग्जाम क्वालीफाई किया था.
प्रिया वर्ष 2018 से PSC की तैयारी कर रही थीं और वर्ष 2019- 20- 21- 22- 23 में प्री मेंस इंटरव्यू दिए थे. वर्ष 2019 और 20 में वह सफलता प्राप्त नहीं कर पाई थी. लेकिन उसके बाद वह वर्ष 2021 में उन्हें लेबर अफसर के रूप में सफलता प्राप्त हुई थी. वह रीवा जिले में लेबर अफसर के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं. इसके बाद उन्होंने 2022 में डिप्टी कलेक्टर प्राथमिकता भरी थी, लेकिन उन्हें सफलता 2023 में प्राप्त हुई.
प्रिया बताती है कि, ''उन्हें फाइनेंशियल बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा है. लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी. लगातार कोशिश करती रही और आज जाकर उन्हें एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई है.'' प्रिया ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है. जिनकी वजह से आज वह इस मुकाम तक पहुंची हैं.
मंदिर के बाहर नारियल की दुकान लगाते हैं पिता
प्रिया के पिता विजय अग्रवाल बिरसिंहपुर के गैवीनाथ मंदिर के पास नारियल प्रसाद की दुकान लगाते हैं. उनकी माता माया अग्रवाल ग्रहणी हैं, लेकिन उनके पिता के साथ वह भी उनका हाथ बटाती थीं. प्रिया प्रतिदिन करीब 8 घंटे पढ़ाई करते थी और एग्जाम के समय वह 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती थी. प्रिया अपने घर में दूसरे नंबर की बेटी हैं. उनका एक बड़ा भाई और एक छोटा भाई है. उनका बड़ा भाई शिवम अग्रवाल दिल्ली की निजी कंपनी में मैकेनिकल इंजीनियर है. छोटे भाई हर्षित अग्रवाल ने विगत वर्ष चार्टड एकाउंटेंट में सफलता हासिल की थी, और आज वह CA है.
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस