“ऐसे चला तो इस्तीफा दे दूंगी!”—अपनी ही सरकार पर बरसीं BJP विधायक , दो मंत्रियों से शिकायत

“ऐसे चला तो इस्तीफा दे दूंगी!”—अपनी ही सरकार पर बरसीं BJP विधायक , दो मंत्रियों से शिकायत

बहुत हो गया!’—दो मंत्रियों की शिकायतों से त्रस्त BJP विधायक ने दी इस्तीफे की चेतावनी

mp bjp: मध्यप्रदेश भाजपा में क्या सबकुछ ठीक चल रहा है ? ये सवाल इसलिए क्योंकि दमोह जिले से ऐसी खबर सामने आई है जिसने कहीं न कहीं भाजपा में अंतर्कलह होने की तरफ इशारा किया है। दरअसल यहां एक भाजपा विधायक ने जिले के ही मंत्रियों के खिलाफ प्रभारी मंत्री से शिकायत की है। भाजपा विधायक का आरोप है कि जिले के मंत्री उनके विधानसभा क्षेत्र में दखलअंदाजी करते हैं। हालांकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से मंत्रियों के नाम नहीं लिए लेकिन इशारों ही इशारों में अपनी बात कह डाली।

दमोह जिले के प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार बुधवार को दमोह में भाजपा कार्यालय में पदाधिकारियों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे तो हटा से भाजपा विधायक उमादेवी खटीक ने उनसे अपनी ही सरकार के जिले के दो मंत्रियों की शिकायत कर दी। हटा विधायक उमादेवी ने जिले के मंत्रियों पर हटा विधानसभा में दखल देने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वे हटा में कार्यालय खोल लें मैं इस्तीफा दे देती हूं। भाजपा विधायक उमादेवी खटीक के द्वारा मंत्रियों की शिकायत किए जाने और इस्तीफा देने की बात कहने के बाद प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार ने उन्हें शांत कराया और इस तरह की पुनरावृत्ति न होने आश्वासन दिया। इस मुद्दे पर मंत्री परमार ने कहा कि यह बड़ा परिवार है। सभी साथ मिलकर रहते हैं। घर की बात है सुलझा ली जाएगी।

दमोह जिले से हैं ये दो मंत्री

बैठक के बाद जब हटा विधायक उमादेवी खटीक से मीडिया ने बात की तो उनका कहना था कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। पीड़ा ट्रांसफर नीति को लेकर थी। वहीं, जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने मंत्रियों के लिए कहा था कि वह हटा में अपना कार्यालय खोल लें, इस पर वह बोलीं कि गुस्से में मुंह से निकल गया था। यहां ये भी बता दें कि दमोह जिले से मध्यप्रदेश सरकार में दो मंत्री हैं इनमें से एक हैं पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी और दूसरे हैं लखन पटेल, जिनके पास पशुपालन विभाग है।

जब मीडिया ने मंत्री परमार से इस मुद्दे पर सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा परिवार है, हम सब साथ रहते हैं, यह घर की बात है, सुलझा लिया जाएगा। बैठक के बाद जब हटा विधायक उमादेवी खटीक से मीडिया ने बात की, तो उन्होंने साफ किया कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था। उनका असली मुद्दा ट्रांसफर नीति को लेकर था। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने मंत्रियों के लिए कहा था कि वे हटा में अपना कार्यालय खोल लें, तो उन्होंने स्वीकार किया कि गुस्से में मुंह से यह शब्द निकल गए थे। दमोह जिले से मध्यप्रदेश सरकार में दो मंत्री हैं धर्मेन्द्र सिंह लोधी, जो पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं और लखन पटेल, जो पशुपालन विभाग के मंत्री हैं। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका कि विधायक की नाराजगी किस मंत्री से है, लेकिन इस घटना ने दमोह भाजपा में चल रही खींचतान को सार्वजनिक कर दिया है।

वो मंत्री हटा में कार्यालय खोल लें मैं इस्तीफा दे देती हूं-उमा देवी

उमा देवी ने तो इतना कह दिया कि वे अगर वो मंत्री हटा में कार्यालय खोल लें मैं इस्तीफा दे देती हूं। इस पर प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार ने उन्हें शांत कराया और समस्या के हल होने का भरोसा दिया। मंत्री परमार ने कहा कि भाजपा का बड़ा परिवार है, सभी साथ मिलकर रहते हैं।