पालक्काड इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, क्षेत्रीय विकास का नया युग : डॉ. आरएच लता, आई एल की स्वतंन्त्र निदेशक बोली, इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड निभाएगा रणनीतिक भूमिका

भोपाल। पालक्काड में प्रस्तावित इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी, जो राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास योजना के अंतर्गत विकसित की जा रही है, दक्षिण भारत को औद्योगिक शक्ति केंद्र में बदलने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। यह उदगार डॉ. आर. एच. लता, स्वतंत्र निदेशक, इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड (आईएल), भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने पालक्काड में आयोजित उद्योग विकास - 2025, इंडस्ट्रीयल कॉन्क्लेव में तकनीकी सत्र को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। अपने विचार साझा करते हुए डॉ. लता ने कहा, यह केवल एक औद्योगिक परियोजना नहीं है, बल्कि यह क्षेत्रीय समृद्धि, युवाओं के सपनों और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ठोस कदम है। इस अवसर पर भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा, राज्य मंत्री, भारी उद्योग मंत्रालय, स्टील और लोक संपत्ति, डॉ लता लायक, केबी श्रीकुमार, किरण कुमार, विकास गोयल, डॉ. सिद्दीक अहमद, बी. राधाकृष्ण, विष्णु शर्मा, राहुल जगदीश सहित अन्य अधिकारी, उद्योगपति मौजूद रहे।
पालक्काड कॉरिडोर: क्षेत्रीय एकीकरण का नया अध्याय
डॉ लता ने कहा कि लगभग 1700 एकड़ में विकसित होने वाला यह कॉरिडोर न केवल लॉजिस्टिक दृष्टि से अत्यंत अनुकूल है, बल्कि कोयंबटूर जैसे औद्योगिक केंद्रों के निकट होने के कारण निर्माण व आपूर्ति श्रृंखला को भी सशक्त बनाएगा। आईएल लंबे समय से कोयंबटूर से पुर्जों की आपूर्ति प्राप्त करता रहा है और अब यह सहयोग और अधिक सशक्त रूप ले सकता है। डॉ. लता ने कहा कि यह कॉरिडोर आईएल को एक नई दिशा में ले जाने का अवसर प्रदान करता है। संभावनाओं में आर एंड डी केंद्र की स्थापना, आईआईटी पालक्काड जैसे संस्थानों के साथ सहयोग, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग व इंडस्ट्री 4.0 में भागीदारी, और स्थानीय वेंडर इकोसिस्टम का विकास शामिल है।
स्थानीय विकास और सहभागिता हमारा लक्ष्य:
आईएल अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए स्थानीय युवाओं के कौशल विकास कार्यक्रमों, प्रशिक्षण केंद्रों और रोजगार सृजन में भागीदारी को प्राथमिकता देगा। डॉ. लता ने कहा, हमारा लक्ष्य है कि यह गलियारा केवल रोजगार नहीं, बल्कि सार्थक करियर का माध्यम बने। समापन में, डॉ. लता ने कहा कि पालक्काड मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा प्रस्तुत "विजन 2030" के परिदृश्य को यह गलियारा मूर्त रूप देगा और आईएल इसमें भागीदार तथा प्रेरक शक्ति बनने को पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड की रणनीतिक उपस्थिति :
इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड, जो भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्यरत है, प्रोसेस कंट्रोल इंस्ट्रूमेंटेशन में अग्रणी सार्वजनिक उपक्रम है। पालक्काड स्थित इसकी इकाई कंट्रोल वॉल्व्स के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है, जो देश की परमाणु, ऊर्जा, अंतरिक्ष, रिफाइनरी, सीमेंट और अन्य प्रमुख परियोजनाओं में उपयोग किए जाते हैं। आईएल अपने मेक इन इंडिया उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में भी निर्यात करता है।