बुलडोजर ऐक्शन : भोपाल लव जिहाद केस में क्लब 90 पर चला बुलडोजर, गैंग के अन्य ठिकानों पर होगा पुलिस एक्शन
भोपाल गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग मामले में मुख्य आरोपी फरहान खान से अब पुलिस गहराई से पूछताछ करेगी. महिला आयोग की जांच के बाद क्लब 90 पर बुलडोजर एक्शन किया गया है. गोली लगने से घायल हुए फरहान को पुलिस हमीदिया अस्पताल से डिस्चार्ज करवाकर थाने ले आई है.

राजधानी भोपाल में कथित लव जिहाद से जुड़े मामले में प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए क्लब 90 रेस्टोरेंट के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया। सोमवार को यह कार्रवाई राष्ट्रीय महिला आयोग की तीन सदस्यीय टीम के निरीक्षण के बाद की गई, जो तीन दिनों से मामले की जांच में जुटी थी। जानकारी के अनुसार, यह क्लब हथाईखेड़ा डेम की लीज पर दी गई भूमि पर संचालित हो रहा था। नगर निगम से ओपन रेस्टोरेंट के लिए अनुमति ली गई थी, लेकिन यहां अवैध रूप से निजी केबिन बनाए गए थे। इन्हीं केबिनों में युवतियों को ले जाकर उनके साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग जैसी घटनाएं अंजाम दी जाती थीं।
कथित तौर पर क्लब 90 में युवतियों को बहलाकर ले जाया जाता था और फिर उनके साथ निजी केबिनों में शारीरिक शोषण किया जाता था। इस दौरान उनके वीडियो बनाए जाते थे, जिन्हें बाद में ब्लैकमेलिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इन घटनाओं में शामिल होने के आरोप में फरहान खान, सैयद अली, साहिल और साद नाम के चार युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ जारी है। राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा गठित जांच दल ने 3 से 5 मई के बीच भोपाल का दौरा किया। जांच टीम ने मंगलवार सुबह क्लब 90 का निरीक्षण किया और अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी। इसके तुरंत बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए क्लब के अवैध हिस्से को सील कर दिया और बुलडोजर की मदद से अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया।
पीड़िताओं के कॉलेज भी पहुंची NCW की टीम इससे पहले आयोग की टीम रायसेन रोड स्थित उस कॉलेज भी गई जहां पीड़ित छात्राएं पढ़ती हैं। इस दौरान टीम ने कॉलेज प्रशासन, अधिकारियों और पीड़ित छात्राओं को पढ़ाने वाले स्टाफ से लंबी पूछताछ की।
टीम ने कॉलेज परिसर में छात्राओं की सुरक्षा से जुड़े इंतजामों पर भी विस्तार से जांच की। जांच के दौरान ये पता लगाने की कोशिश की गई कि क्या पीड़ित छात्राओं ने पहले कभी आरोपियों के खिलाफ किसी भी तरह की शिकायत कॉलेज प्रबंधन या संबंधित अधिकारियों से की थी।
आरोपियों के पनाहगारों पर भी होगी कार्रवाई इस मामले के आरोपियों को फरारी के दौरान पनाह देने वालों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करेगी। डीसीपी प्रियंका शुक्ला को इस बात की जिम्मेदारी दे दी गई है कि फरारी के दौरान फरहान और उसके रैकेट के तमाम आरोपियों की जिन लोगों ने मदद की है, जांच के बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई तय की जाए।
इसके साथ ही ये भी पताया लगाया जा रहा है कि गरीब परिवारों के सभी आरोपी हाई प्रोफाइल लाइफ कैसे जीते थे। महंगी बाइक और गैजेट्स उनके पास कैसे आए, उन्हें फंडिंग कौन करता था। इस बात की जांच भी डीसीपी प्रियंका शुक्ला कर रही हैं
फंडिंग करने वालों के नाम उजागर होने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इधर, प्रदेश में इस तरह के तमाम मामलो को लेकर स्टेट एसआईटी का गठन किया गया है। इसका प्रमुख आईजी अभय सिंह को नियुक्त किया गया है। उनके नेतृत्व में जांच शुरू कर दी गई है।