भारतीय सेना की दृढ़ता पर हमें गर्व, राष्ट्रहित में आत्मसंयम और एकता रखें : स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज

पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर ने की राष्ट्र के साथ खड़े रहने की अपील

भारतीय सेना की दृढ़ता पर हमें गर्व, राष्ट्रहित में आत्मसंयम और एकता रखें : स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज

भोपाल।पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने राष्ट्र के नाम एक भावुक अपील करते हुए भारतीय सेना की वीरता और सरकार की दृढ़ता पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अब वह समय नहीं रहा जब भारत आघात सहता था और मौन रहता था। आज भारत अपनी रक्षा में पहले से कहीं अधिक सक्षम और निर्णायक है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना अब ईंट का जवाब पत्थर से देना जानती है। यदि कोई हमारे एक गाल पर मारता है, तो हम चार मारने की क्षमता रखते हैं। 

महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने कहा कि आज का भारत शांति चाहता है, लेकिन दुर्बल नहीं है। हाल ही में जिन घटनाओं में देश की माताओं और बहनों को पीड़ा पहुंची, उनका उत्तर सरकार ने उसी भाषा में दिया है, जो विश्व को समझ आती है। उन्होंने कहा कि कई आलोचकों को अब चुप्पी साधनी पड़ी है क्योंकि भारत की कार्रवाई ने यह प्रमाणित कर दिया है कि यह नया भारत है – निर्णायक और आत्मसम्मानी।

महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने देशवासियों से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर सुरक्षा बलों से जुड़ी कोई भी संवेदनशील जानकारी, जैसे कि सैन्य वाहनों, विमानों या रणनीतिक तस्वीरों को साझा न करें। अगर कोई संदिग्ध संदेश आपके व्हाट्सएप पर आता है, तो कृपया उसे न खोलें। यह समय विवेक और आत्मसंयम का है। 

सरकार और सेना का मनोबल बढ़ाएं और एक रहें :

स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने कहा कि एक संन्यासी होने के नाते उनका यह धर्म बनता है कि वे देश और समाज को उचित दिशा दें। उन्होंने देश के सभी नागरिकों से अनुरोध किया कि वे वर्तमान परिस्थिति में सरकार और सेना का मनोबल बढ़ाएं और एकता का परिचय दें। उन्होंने अपने संदेश का समापन करते हुए कहा, हमें अपनी भारतीय सेवा पर गर्व है। अब समय है कि हम सभी राष्ट्र के साथ खड़े हों और संकल्प लें कि देश की अखंडता और स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं करेंगे।

जय हिंद, जय भारत माता, जय हिंदू राष्ट्र।