नवकार जाप महाअनुष्ठान: घर बैठे - बैठे साधना और सद्गति और सिद्धगति का बीमा श्री जिन पीयूषसागर सूरीश्वर जी

बाड़मेर जैन श्री संघ, सूरत द्वारा सर्वमंगलमय वर्षावास-2025
प.पू. खरतरगच्छाचार्य संयम सारथी , शासन प्रभावक ,श्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वर जी म सा आदि ठाना 8 की पावन प्रेरणा से और प. पू. साध्वी सरलमाना श्री प्रमोदिता श्री जी म सा आदि ठाना 3 के पावन सानिध्य में
एक अद्वितीय आध्यात्मिक आयोजन, 81 दिवसीय 5 करोड़ नवकार जाप महाअनुष्ठान आज, 19 जुलाई 2025, शनिवार से कुशल दर्शन दादावाड़ी, पर्वत पाटिया में शुरू हो गया है। यह महाअनुष्ठान 7 अक्टूबर 2025 तक चलेगा। इस विशाल धार्मिक आयोजन का मुख्य उद्देश्य नवकार महामंत्र की साधना के माध्यम से आत्मिक उन्नति, शांति और पुण्य संचय करना है।
नवकार महामंत्र का महत्व
जैन शास्त्रों के अनुसार, नवकार मंत्र सिर्फ जैन धर्म ही नहीं, बल्कि सभी आत्माओं के कल्याण का महामंत्र है। इसके 68 अक्षरों में अपार शक्ति समाहित है:
* एक अक्षर का स्मरण करने से सात नरकों के पाप नष्ट होते हैं।
* पद-पद का जाप आत्मा को सम्यक मार्ग पर आगे बढ़ाता है।
* इस महामंत्र का प्रतिदिन जप करने वाला व्यक्ति भवसागर से पार उतरता है।
* एक लाख जाप करने वाली आत्मा तिर्यंच गति से छूटकर देवगति को प्राप्त करती है।
* 8 करोड़ 48 लाख बार नवकार का जप करने वाली आत्मा को तीसरे भव में मोक्ष की प्राप्ति संभव है।
अनुष्ठान नियमावली के प्रमुख बिंदु
अनुष्ठान में सहभागिता के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं:
* जाप शुद्ध स्थान पर, नियमपूर्वक और एकाग्रचित्त होकर करें।
* परिवार का कोई भी सदस्य प्रतिदिन 9 माला का जाप कर सकता है।
* असमर्थता की स्थिति में पूर्ववर्ती जाप कर सकते हैं।
* नवकार जाप की पूर्ति पर 9 मालाएं ड्रॉ निकाली जाएंगी।
* नवकार कार्ड 6 अक्टूबर 2025 तक वर्षावास कार्यालय में जमा कराना अनिवार्य होगा।
संघ के वरिष्ठ सदस्य श्री चम्पालाल बोथरा ने समस्त सूरतवासियों, धर्मप्रेमियों और चारों संप्रदायों के संघ श्रावक / श्राविकाओ के साथ साथ पाल संघ ,वेसु संघ भटार- सिटीलाइट संघ शीतलवाड़ी , हरिपुरा दादावाड़ी आदि से विनम्र आह्वान किया है कि वे इस भागीरथी साधना यात्रा में जुड़कर अपने जीवन को पुण्यमय और ऊर्जावान बनाएं। संघ की ओर से कार्ड भरना और नियमपालन अनिवार्य होगा।