सरगुजा में वन भूमि घोटाला उजागर: पूर्व एसडीओ सहित कई पर फर्जीवाड़े का आरोप, एफआईआर की अनुशंसा
ग्राम भकुरमा (उदयपुर तहसील, सरगुजा) की 24 एकड़ शासकीय वन भूमि को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेचे जाने का मामला सामने आया है। वन विभाग के पूर्व एसडीओ और तत्कालीन पटवारी समेत कई लोगों की संलिप्तता पाई गई है। जांच में यह सिद्ध हुआ कि बेची गई भूमि राज्य के सेटलमेंट रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है और पूरी तरह फॉरेस्ट लैंड है। इस भूमि पर 295 पेड़ मौजूद हैं, जिनका विक्रय पत्र में उल्लेख नहीं किया गया। आरटीआई एक्टिविस्ट डी.के. सोनी की शिकायत पर हुई जांच के आधार पर एफआईआर की अनुशंसा की गई है, और अब नज़र कलेक्टर सरगुजा की कार्रवाई पर है।

शासकीय वन भूमि पर फर्जीवाड़ा उजागर
295 पेड़ों सहित 24 एकड़ भूमि बेची गई कूट रचित दस्तावेजों से
अंबिकापुर (छत्तीसगढ़), 28 जुलाई 2025,सरगुजा जिले के उदयपुर तहसील अंतर्गत ग्राम भकुरमा की 24 एकड़ शासकीय वन भूमि पर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। वन विभाग के पूर्व एसडीओ एस.एन. मिश्रा सहित कई राजस्व अधिकारियों एवं निजी व्यक्तियों द्वारा कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर इस भूमि का विक्रय किया गया। जांच में यह फर्जीवाड़ा प्रमाणित हुआ है और अब एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की गई है।
295 पेड़ों से युक्त वन भूमि बेची गई फर्जी दस्तावेजों से
ग्राम भकुरमा की खसरा नंबर 713/2, 714, 715 एवं 716 (कुल रकबा लगभग 5 हेक्टेयर) तथा खसरा नंबर 26/5 एवं 26/7 (5.34 हेक्टेयर) भूमि, जो शासकीय एवं वन भूमि के रूप में दर्ज है, को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर निजी व्यक्तियों को बेच दिया गया। इस भूमि पर 295 जीवित वृक्ष भी मौजूद हैं, जिनका कोई उल्लेख विक्रय पत्रों में नहीं किया गया, जिससे शासन को भारी आर्थिक क्षति पहुंची है।
जांच में उजागर हुई साजिश
आरटीआई एक्टिविस्ट एवं अधिवक्ता डी.के. सोनी द्वारा कलेक्टर सरगुजा को प्रस्तुत की गई शिकायत के आधार पर अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) उदयपुर को जांच सौंपी गई। 27 जून 2025 को प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में यह स्पष्ट रूप से पाया गया कि:
बेची गई भूमि सरगुजा स्टेट सेटलमेंट रिकॉर्ड में मौजूद नहीं है।
भूमि पूरी तरह से शासकीय एवं फॉरेस्ट लैंड है।
किसी भी पक्षकार के पास पट्टे की प्रति नहीं है।
तत्कालीन हल्का पटवारी श्री नीरज वर्मा द्वारा फर्जी दस्तावेजों की पुष्टि हुई है।
एफआईआर की अनुशंसा, अब कलेक्टर की कार्रवाई पर नजर
अनुविभागीय अधिकारी, उदयपुर द्वारा कलेक्टर सरगुजा को भेजे गए प्रतिवेदन में निम्न व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की अनुशंसा की गई है:
तत्कालीन हल्का पटवारी श्री नीरज वर्मा
विक्रेता: राजकुमारी (पति नारायण), अजीत कुमार यादव (पिता गोपाल राम)
खरीदार: अभिषेक मिश्रा (पिता सुरेशनाथ मिश्रा), मीरा मिश्रा, सुरेशनाथ मिश्रा
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कलेक्टर सरगुजा इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराते हैं या नहीं।