देश में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस,3000 हजार के पार पहुंचे कोविड केस

कोरोना वायरस से बचाव के लिए कुछ अहम उपाय अपनाने चाहिए। नियमित रूप से साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंस बनाए रखें

देश में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस,3000 हजार के पार पहुंचे कोविड केस

कोरोना के बढ़ते जोखिमों को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को संक्रमण से बचाव करते रहने की सलाह दी है। भले ही आप युवा हैं और इम्युनिटी सिस्टम ठीक है फिर भी कोरोना से बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहें। 

देशभर में कोराना से संक्रमित मामलों में तेजी देखी जा रही है। शनिवार सुबह तक कोराना संक्रमण के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 3395 तक पहुंच गई। पिछले 24 घंटों में इसके संक्रमण से 4 मरीजों की मौत हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर जारी आंकड़ों के अनुसार कुल 3395 सक्रिय मामले है। अभी तक 1435 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है और 1 जनवरी से अब तक 26 लोगों की मौत हुई है।

पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 685 सक्रिय मामले सामने आए हैं और 265 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली है। इस अवधि के दौरान 4 लोगों की जान भी चली गई। राष्ट्रीय राजधानी के अलावा कर्नाटक, केरल और उत्तर प्रदेश में एक-एक मरीज की कोरोना से मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज दोहराया कि देश में कोविड संक्रमण की स्थिति पर निरंतर नजर रखी जा रही है और लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं हैं। हालांकि, आपको सावधानी जरूर बरतनी चाहिए जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

किस राज्य कोरोना के कितने केस

रिपोर्ट के मुताबिक, कुल सक्रिय मामलों के सबसे अधिक 1336 केरल में और उसके बाद 467 महाराष्ट्र में हैं। दिल्ली में 375 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा गुजरात में 265, कर्नाटक में 234, गुजरात में 265, पश्चिम बंगाल में 205, तमिलनाडु में 185, उत्तर प्रदेश में 117, राजस्थान में 61, पुड्डुचेरी में 41, हरियाणा में 26, आंध्र प्रदेश में 17, मध्य प्रदेश में 16, गोवा से आठ, ओडिशा में 7, झारखंड, जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ से 6-6, पंजाब में 5, उत्तराखंड, मिजोरम और असम में 2-2 और चंड़ीगढ़ में कोरोना का एक सक्रिय मामला है।

कोरोना जिस रफ्तार से देश में बढ़ रहा है वह निश्चित ही लोगों के लिए डर पैदा कर रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ पहले से ही कहते रहे हैं कि इस बार फैल रहा वैरिएंट अति संक्रामक है, हालांकि इसकी गंभीरता कम है। चिंताजनक बात ये है कि अगर ये संक्रमण किसी आबादी में फैलना शुरू होता है तो वहां लोग तेजी से इसकी चपेट में आ सकते हैं। ये स्थिति उन लोगों के लिए दिक्कतें बढ़ाने वाली और गंभीर भी हो सकती है जो 65 साल से अधिक उम्र के हैं, कोमोरबिडिटी (एक से अधिक क्रॉनिक बीमारियों का शिकार) हैं या फिर गर्भवती हैं।