खुलेआम पैसा बांटना पप्पू यादव को पड़ा महंगा: चुनावी दौर के बीच पूर्णिया सांसद को झटका! खुल्लम-खुल्ला पैसा बांटकर इनकम टैक्स विभाग की नजर में चढ़े
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्णिया सांसद पप्पू यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. उन्हें बाढ़ पीड़ितों को खुलेआम रुपये बांटना महंगा पड़ गया. आयकर विभाग ने सांसद को नोटिस भेजा है.
सांसद पप्पू यादव को इनकम टैक्स की तरफ से नोटिस भेजा गया है. पप्पू यादव पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिये पैसे बांटने को अपराध बताया है. इसे लेकर पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर खुद ही पोस्ट शेयर कर जानकारी दी.
Bihar Politics: पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को इनकम टैक्स का नोटिस मिला है. नोटिस में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पप्पू यादव पर बाढ़ पीड़ितों को पैसे बांटने को अपराध बताया. इससे पहले वैशाली जिले में भी पप्पू यादव पर आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज किया गया था. दरअसल, इनकम टैक्स से नोटिस मिलने की जानकारी सांसद पप्पू यादव ने खुद ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दी.
पप्पू यादव ने बताई वजह
निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने मिले नोटिस की तस्वीर एक्स अकाउंट के जरिये शेयर किया. साथ ही लिखा, ‘मुझे इनकम टैक्स का नोटिस मिला है, बाढ़ पीड़ितों की मदद में रुपये बांटने को अपराध बताया है. यह अपराध है तो मैं हर वंचित पीड़ित की सहायता का अपराध सदैव करता रहूंगा.’
निर्दलीय सांसद ने इशारे-इशारे में कसा तंज
आगे पप्पू यादव ने यह भी लिखा, ‘वैशाली जिले के नया गांव पूर्वी पंचायत अंतर्गत मनियारी गांव के बाढ़ पीड़ितों जिनका घर-द्वार सब गंगाजी में विलीन हो गया, उनका मदद न करता तो क्या गृह राज्य मंत्री, स्थानीय MP जैसे स्वघोषित CM उम्मीदवारों की तरह मूकदर्शक बना रहता?’ इस तरह से पप्पू यादव ने इशारे-इशारे में तंज भी सरकार पर कसा.
वैशाली जिले में सांसद ने बाढ़ पीड़ितों को बांटे रुपये
मालूम हो, लगभग 2 हफ्ते पहले सांसद पप्पू यादव वैशाली जिले में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अलग-अलग बाढ़ प्रभावित इलाके का निरीक्षण किया था. इसके साथ ही बाढ़ पीड़ितों को मदद के रूप में कुछ रुपये भी बांटे थे. इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. जिसके बाद इस मामले में सहदेई थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. साथ ही पप्पू यादव पर बिहार चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप भी लगा था. ऐसे में अब सांसद को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से नोटिस भी जारी कर दिया है.
बता दें कि चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार जब कहीं पर आचार संहिता लागू हो जाती है तो कोई भी राजनेता या जनप्रतिनिधि जनता को उपहार या नकदी समेत किसी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं दे सकता। ऐसा करना आचार संहिता के उल्लंघन के अंतर्गत माना जाता है क्यों कि इसे मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास के तौर पर देखा जाता है। अब पप्पू यादव भले ही बाढ़ पीड़ितों की मदद का दावा कर रहे हैं लेकिन नियमानुसार को यह आचार संहिता का उल्लंघन ही माना जाएगा।
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस