सरकार बताए क्यों दी थी सुरक्षा? आजम खां ने फिर कसा तंज,पूर्व मंत्री ने कहा कि बिहार में जंगलराज
सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कहा कि सरकार बताए आखिर उन्हें सुरक्षा क्यों दी थी। उनके पास कोई सुरक्षा नहीं है लेकिन जब सुरक्षा दी गई थी तो उन्होंने सरकार से लिखकर पूछा था कि आखिर इसकी क्या वजह है। अगर सुरक्षा दी जा रही है पूरी तरह से दी जाए। पूर्व मंत्री मुरादाबाद दौरे पर आए थे। यहां उन्होंने कई स्थानीय नेताओं व पार्टी कार्यकर्ताओं के घर पहुंचकर अपने करीबी लोगों के निधन पर संवेदनाएं व्यक्त की।
सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कहा कि सरकार बताए आखिर उन्हें सुरक्षा क्यों दी थी।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां (Azam Khan) ने एक बार फिर सियासी तंज कसते हुए सरकार पर सवाल उठाया है। मुरादाबाद दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार बताए आखिर उन्हें सुरक्षा क्यों दी गई थी। आजम खां ने बताया कि उनके पास इस समय कोई सुरक्षा नहीं है, लेकिन जब उन्हें सुरक्षा दी गई थी, तब उन्होंने सरकार को लिखकर पूछा था कि इसकी जरूरत क्यों पड़ी।
सुरक्षा पर उठाया सवाल
पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर सुरक्षा दी जा रही है, तो उसे आधा-अधूरा नहीं, बल्कि पूरी तरह दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें वाई श्रेणी सुरक्षा से अधिक किसी और स्तर की सुरक्षा दिए जाने की बात कही गई थी, मगर अब वह इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते।
वहीं जब उनसे पूछा गया कि स्टार प्रचारक बनाए जाने के बावजूद वह बिहार में चुनाव प्रचार के लिए क्यों नहीं गए, तो आजम खां ने कहा, बिहार में जंगलराज है, वहां अकेले जाना खतरे से खाली नहीं।” उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि बिहार में इस जंगलराज का अंत होगा। मीडिया के माध्यम से उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि लोकतंत्र को बचाए रखें और किसी के बहकावे या भावनात्मक नारों में न आएं।
पूर्व सांसद को नहीं मिली जानकारी
वहीं यहां दिलचस्प बात यह रही कि मुरादाबाद में आजम खां के दौरे की जानकारी सपा के पूर्व सांसद डॉ. एस.टी. हसन को नहीं मिली। उन्होंने बताया कि उन्हें इस कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं दी गई थी और वह शहर से बाहर थे। गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान डॉ. हसन का टिकट नामांकन के बाद काट दिया गया था, जिसके बाद से दोनों नेताओं के बीच मनमुटाव की खबरें चली थीं। हालांकि, आजम खां की जेल से रिहाई के बाद दोनों नेताओं के बीच संबंधों में नरमी आई थी।
मगर इस बार के मुरादाबाद दौरे में आजम खां और डॉ. हसन की मुलाकात न होना फिर चर्चा का विषय बन गया है। सपा कार्यकर्ताओं के बीच यह सवाल उठ रहा है कि क्या पार्टी के इन दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच अब भी दूरी बनी हुई है।
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस