मथुरा में संत अनिरुद्धाचार्य का विरोध तेज, महिलाओं ने कहा – ऐसे संतों को नहीं मिलेगा वृंदावन में स्थान
प्रेमियों के साथ मिलकर पति की हत्या और अवैध संबंधों में बढ़ोतरी का कारण युवतियों की देरी से शादी समेत आपत्तिजनक बातें कहने वाले कथावाचक अनिरुद्धाचार्य अपने बयान पर फंस गए हैं। उनके खिलाफ मथुरा में महिला अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है।

अनिरुद्धाचार्य के बयान के खिलाफ मथुरा में विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है. कलेक्ट्रेट पर महिला अधिवक्ताओं ने अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
मथुरा: वृंदावन के प्रसिद्ध कथा वाचक संत अनिरुद्धाचार्य ने कथा के दौरान किशोरीयों और युवतियों को लेकर विवादित बयान दिया था. इसको लेकर संत समाज और वकील अनिरुद्धाचार्य के विरोध में उतर आए हैं. श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास की महिला प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि ऐसे संत को वृंदावन में रहने का कोई अधिकार नहीं.
कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य ने पिछले दिनों प्रवचन के दौरान कहा था कि जब लड़की 14 साल की होगी, आपके घर दुल्हन बनकर आ जाएगी, उस समय वह बच्ची होगी, उस समय वह अपने ससुराल को परिवार मान लेगी. अब लोग 25 साल की लड़की से शादी करते हैं. पहले बच्चों का विवाह जल्दी हो जाता था लेकिन अब फिर से बच्चों की शादियां जल्दी हो जाया करेगी.
वृंदावन में अनिरुद्धाचार्य का विवादित बयान वायरल होने के बाद साधु-संत समाज और वकील विरोध पर उतर आए हैं. अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक शिकायती पत्र दिया, जिसमें कार्रवाई की मांग की गई है. अधिवक्ताओं का कहना है कि अनिरुद्धाचार्य लड़कियों से माफी मांगें, नहीं तो उनका बहिष्कार किया जाएगा.
श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास की महिला प्रदेश अध्यक्ष गुंजन शर्मा ने बताया, अनिरुद्धाचार्य की वजह से लड़कियां बदनाम हो रही हैं. कथा वाचक जो ज्ञान की बातें सिखाता है, वही लड़कियों पर अभद्र टिप्पणी कर रहा है. जबकि उनको अच्छी बातें सिखानी चाहिए कि समाज में बहन बेटियों की इज्जत कैसे की जाए.
अधिवक्ता प्रियदर्शी ने बताया, अनिरुद्धाचार्य की वीडियो में अविवाहित महिलाओं को लेकर विवादित टिप्पणी की गई है. अनिरुद्धाचार्य एक आध्यात्मिक पीठ पर बैठे हुए हैं. उनको इस तरह की टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक शिकायती पत्र दिया गया है.