शहीद वीर मनीराम अहिरवार के सम्मान की आवाज अब हम बुलंद करेंगे : दमोदर सिंह यादव

शहीद वीर मनीराम अहिरवार के सम्मान की आवाज अब हम बुलंद करेंगे : दमोदर सिंह यादव

मूलचन्द मेंधोनिया पत्रकार भोपाल

भोपाल। दलित पिछड़ा समाज संगठन के संस्थापक दमोदर सिंह यादव ने मध्यप्रदेश के अनुसूचित जाति के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जिन्होंने देश की आजादी में सन 1942 को महात्मा गॉंधी जी के आवाहन पर अंग्रेजों से युद्ध जब किया था। जब गोंडवाना राजा चीचली तहसील गाडरवारा जिला नरसिंहपुर के पढ़ाई करने बाहर गये हुए थे। राजमहल सूना था, जिसे लुटने और अपना कब्जा कर गोंडवाना विरासत, धरोहर एवं गोंडी संस्कृति को नष्ट करने के उद्देश्य से 23 अगस्त 1942 को चीचली आये। जिनसे शूरवीर राजमहल के सेवादार मनीराम अहिरवार जी ने अंग्रेजों को घायल कर चीचली राजमहल से एवं गाँव से अंग्रेजी सेना को घायल कर गांव से खदेड़ कर अंग्रेजों पर विजय प्राप्त की और गोंडवाना राजमहल को अपनी जान की बाजी लगा कर बचाया। 

ऐसे महान क्रांतिकारी वीर मनीराम अहिरवार जी को आज तक की सरकारों ने जातिवादी मानसिकता के चलते हुए उन्हें किसी प्रकार का सम्मान प्रदान नहीं किया। दलित पिछड़ा समाज संगठन के राष्ट्रीय महासचिव कमल सिंह कुशवाहा ने शहीद परिवार के संघर्ष करने वाले शहीद पोता मूलचन्द मेंधोनिया को संगठन के कार्यालय बुलाया। जिनके साथ इटारसी निवासी समाजसेवी इंजीनियर संजय अहिरवार भी थे। जिनकी दलित पिछड़ा वर्ग हेतु न्याय, अधिकार का आंदोलन पूरे देश में चलाने वाले दमोदर सिंह यादव से भेंट और लम्बी चर्चा हुई। शहीद परिवार के अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार के आजादी में दिये गये आंदोलन सुनते हुये। दमोदर सिंह यादव ने कहा कि दलित पिछड़ा समाज संगठन के माध्यम से अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार जी को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिलाने की पुरजोर आवाज उठायेगें। तथा हमारे संगठन के माध्यम से हर प्लेटफार्म पर शहीद के परिवार को अभी तक जो लाभ मिलना चाहिए था। उसकी भी सरकार से ज्ञापन के द्वारा मांग की जायेगी, दमोदर सिंह यादव ने आगे कहा है हमारे संगठन के परचा, पंपलेट में ऐसे महान क्रांतिकारी की फोटो भी लगाईं जायेगी। अनुसूचित जाति शहीद परिवार के सम्मान संगठन भी करेगा और सरकार से भी बात रखी जायेगी कि हमारे वंचित समाज के ऐसे शहीद परिवार को भी सरकार सम्मान प्रदान करें।