लैपटॉप नहीं खरीदा तो इनके पिता गांजा पी जाएंगे, BJP सांसद जनार्दन मिश्रा का विवादित बयान
रीवा के बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा ने छात्रों को लैपटॉप खरीदने के लिए दी गई धनराशि के संबंध में विवादास्पद टिप्पणी की है. उन्होंने बच्चों से कहा कि पैसे का उपयोग केवल लैपटॉप खरीदने के लिए करें, नहीं तो गलत कामों में इस्तेमाल हो सकते हैं. यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और आलोचना का विषय बन गया.

इस बयान के बाद वहां मौजूद कई लोग चौंक गए हालांकि कुछ ने इसे हल्के-फुल्के अंदाज़ में लिया. लेकिन जैसे ही यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ, लोगों ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए आलोचना शुरू कर दी. इसके बाद सांसद ने अधिकारियों से यह भी कहा कि उन्हें पूरी जानकारी दी जाए कि कितने बच्चों ने कब लैपटॉप खरीदा. उनका कहना था कि सरकार की मदद सही उद्देश्य के लिए इस्तेमाल होनी चाहिए
रीवा : मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज मध्य प्रदेश के 12वीं कक्षा के मेधावी छात्रों को लेपटॉप खरीदने के लिए 25-25 हजार की राशि जारी की। साथ ही साथ उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की। लेकिन अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले रीवा से सांसद जनार्दन मिश्रा ने एक ऐसा बयान दिया है, जो कई सवाल पैदा करता है। जनार्दन मिश्रा का इस योजना को लेकर दिया गया बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
सांसद जनार्दन मिश्रा ने कहा कि अपने ब एक ठे बाप लैपटॉप नहीं खरीदय वाला आय उआ चोगी पी लेइ " यानी कि एक भी बच्चा लैपटॉप के लिए मिलने वाली राशि से लैपटॉप नहीं खरीदेगा उनका बाप इस पैसे से चोगी (गांजा) पी लेगा। दरअसल रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा प्रोत्साहन योजना अंतर्गत लैपटॉप राशि वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे।
आम लोगों के बीच छिड़ी बहस
हालांकि अब यह बयान विपक्ष और आम लोगों के बीच बहस का मुद्दा बन गया है. कई लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को ऐसे मंचों पर सोच-समझकर बोलना चाहिए, खासकर जब बच्चे मौजूद हों. बयान पर अब तक सांसद की ओर से कोई सफाई नहीं आई है, लेकिन यह साफ है कि उनकी यह टिप्पणी अब तक सोशल मीडिया पर हजारों बार शेयर हो चुकी है.
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 1 के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मेधावी छात्रों को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि कोई भी बच्चा लैपटॉप नहीं ले पाएगा बल्कि जो यह राशि मुख्यमंत्री द्वारा अंतरित की जा रही है, उनके पिता इस राशि को नशे में उड़ा देंगे। इसलिए बच्चों को उनसे लड़कर लैपटॉप खरीदना होगा।
बता दें कि आज मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 12वीं में 75 फीसदी से अधिक अंक लाने वाले मेधावी छात्रों को लैपटॉप खरीदने के लिए 25-25 हजार रुपए की राशि वितरित की है। 94 हजार 234 छात्रों को लैपटॉप की राशि दी गई है। सीएम ने कहा कि अगली बार से कोशिश होगी कि हम छात्रों को सीधे लैपटॉप ही दें।