BJP सांसद जनार्दन मिश्रा का विवादित बयान :एमपी में लड़कियां नशा कर रही, अश्लील वीडियो देख रही - नशा बंद करना मेरे तो बिल्कुल बस में नहीं

BJP सांसद जनार्दन मिश्रा का विवादित बयान :एमपी में लड़कियां नशा कर रही, अश्लील वीडियो देख रही - नशा बंद करना मेरे तो बिल्कुल बस में नहीं

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर मऊगंज कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोज‍ित समारोह में रीवा सांसद जनार्दन म‍िश्रा ने कहा क‍ि "आप यह मत समझिएगा क‍ि आज केवल लड़के ही शराब पीते हैं. अब लड़कियां भी शराब पीने लगी हैं."

रीवा:अपने बयानों और अपनी कार्यप्रणाली को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं. इस बार उन्होंने कुछ ऐसा बयान दे दिया कि बवाल मच गया है. जनार्दन मिश्रा ने मध्य प्रदेश के 70वें स्थापना दिवस पर मऊगंज में आयोजित कार्यक्रम में लड़कियों को शराबी बता दिया.

उन्होंने ये बयान नशे के खिलाफ और वर्तमान में बच्चों को उनके माता-पिता के बीच बढ़ती दूरी पर बोलते हुए दिया. रीवा सांसद के इस बयान के बाद कांग्रेस ने उन्हें आड़े हाथों लिया है. उनके इस बयान की तुलना जीतू पटवारी के महिलाओं के शराब पीने वाले बयान से की जा रही है.

'अब तो बेटियां भी करने लगी हैं नशा'

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के मौके पर मऊगंज में आयोजित कार्यक्रम में बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने बढ़ती नशाखोरी के खिलाफ नाराजगी जताई. जनार्दन मिश्राने कहा, "नशा सिर्फ शासन, प्रशासन या किसी नेता द्वारा नहीं बंद किया जा सकता.

इसके लिए माता-पिता को अपने बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ेगी. अब तो माता-पिता ने अपने बच्चों के साथ बैठना ही छोड़ दिया है. बेटों के साथ बैठिए, समय बिताइए. मैं तो कहता हूं बेटियों के साथ भी बैठिए, क्योंकि अब तो वो भी नशा करने लगी हैं, पीने लगी हैं."

माता-पिता अपने बच्चों के साथ प्रतिदिन 1 घंटा बिताएं'

जनार्दन मिश्रा ने आगे कहा कि "माता-पिता अपने बच्चों के साथ प्रतिदिन एक घंटे समय बिताएं. पहले के समय में परिवार में माता-पिता अपने बच्चों के साथ समय बिताते थे, साथ बैठकर भोजन करते थे. जहां घर के हालचाल और बच्चों से उनकी पढ़ाई-लिखाई पर चर्चा होती थी, लेकिन अब माता-पिता ने बच्चों के साथ बैठना छोड़ दिया हैं. यही वजह है कि बच्चे गलत दिशा में जा रहे हैं.

अगर पैरेंट्स अपने बच्चों के साथ एक महीने बिता लें तो उनके बात करने के तरीके, उनकी आंखें, उनकी जीभ, होंठ और भोजन करने की मात्रा से अंदाजा लग जाएगा कि हमारे बेटे और बेटियां किस रास्ते पर जा रहे हैं." रीवा सांसद ने कहा, "अगर कोई बच्चा 6 महीने तक नशीली कफ सिरप का आदी हो जाए, तो फिर उसे सुधार पाना बेहद मुश्किल हो जाता है."

'एक नहीं हजार बार बोलूंगा लड़कियां नशा करती हैं'

मीडिया द्वारा जनार्दन मिश्रा से सवाल किया गया कि जब जीतू पटवारी ने महिलाओं के शराब पीने की बात कही थी तो बीजेपी ने उनका विरोध क्यों किया था. इसके जवाब में रीवा से बीजेपी सांसद ने कहा कि "जीतू पटवारी ने कहा था कि लाड़ली बहना योजना के पैसों से महिलाएं शराब पीने लगी हैं. मैं फिर से कह रहा हूं और एक बार नहीं हजार बार बोलूंगा कि माता-पिता की देखरेख की कमी के कारण लड़कियां भी नशा करने लगी हैं. यह बात में बार-बार और हजार बार कहूंगा."

'खुद नशे में रहते हैं रीवा सांसद'

सांसद के बयान का वीडियो वायरल होते ही विपक्षी नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी. मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विनोद शर्माने सांसद जनार्दन मिश्रा पर तीखा प्रहार किया है. उन्होंने कहा कि "रीवा सांसद प्रधानमंत्री मोदी के प्रिय सांसद हैं, तभी तो बिना काम किए लगातार उन्हें टिकट दे रहे हैं. उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला भी उनकी सलाह से ही काम करते हैं. दुख इस बात का है कि सांसद खुद नशे में रहते हैं. आज वो बहनों के बारे में बोले, कल वो विंध्य के बारे में बोलेंगे. वो कभी भी कुछ भी बयान दे देते हैं."

पूरे प्रदेश में हावी है नशा, इसलिए सांसद को दिख रही शराब'

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्माने कहा कि "उनसे यह भी पूछा जाना चाहिए कि बीजेपी की जितनी महिला कार्यकर्ता हैं क्या वे सभी शराब पीती हैं. आखिर वह भी तो हमारी बहन और बेटी हैं. ईश्वर सांसद को सद्बुद्धि दें. मोहन यादव की सरकार में नशा इतना हावी है कि चारों तरफ शराब बिक रही है और इसलिए सांसद को भी शराब ही दिखाई दे रही है.

अब नशा उन्हें सत्ता का है या फिर किसी और चीज का यह तो जांच का विषय है. अगर जीतू पटवारी ने सार्वजनिक बयान दिया था तो क्या सांसद ने गोपनीय बयान दिया है. भाजपा की नारी शक्ति ने जीतू पटवारी को चूड़ियां दीं थी, मैं पूछता हूं कि क्या अब वे रीवा सांसद के लिए भी ऐसा ही करेंगी."