डायमंड कंपनी के वॉटर कूलर में किसने मिलाया जहर? 118 कर्मचारी पहुंचे हॉस्पिटल
गुजरात के सूरत के हीरा इकाई ( Diamond Unit ) के 100 से ज्यादा श्रमिकों को कीटनाशक युक्त पानी पीने के शक में बुधवार को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. हालांकि, श्रमिकों में से किसी में भी जहर के दुष्प्रभाव संबंधी कोई समस्या नहीं है, लेकिन उन्हें हॉस्पिटल में निगरानी में रखा गया है.

Gujarat: गुजरात के सूरत से बड़ी खबर आ रही है. यहां एक हीरा इकाई ( Diamond Unit ) के 100 से ज्यादा श्रमिकों को कीटनाशक युक्त पानी पीने के शक में बुधवार को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. स्थानीय पुलिस के मुताबिक, सभी श्रमिक फिलहाल डॉक्टर्स की निगरानी में हैं. हालांकि, पुलिस ने इस मामले को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी.
वहीं, पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) आलोक कुमार ने बताया कि कपोदरा इलाके में मिलेनियम कॉम्प्लेक्स में मौजूद अनभ जेम्स के कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर मेडिकल चेकअप के लिए इकाई के मालिक द्वारा दो अलग-अलग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. डीसीपी कुमार ने कहा कि 110 श्रमिकों में से किसी में भी जहर के दुष्प्रभाव संबंधी कोई समस्या नहीं है, लेकिन उन्हें हॉस्पिटल में निगरानी में रखा गया है.
जांच जारी
यह घटना कीटनाशक से भरा एक फटा हुआ प्लास्टिक बैग पानी के कूलर पर गिरने की वजह से हुई है. अफसर ने कहा कि फोरेंसिक टीम पड़ताल कर रही है और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘जांच के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी.’
दुनिया 90 फीसदी हीरे सूरत में ही तराशे जाते हैं
सूरत को दुनिया का सबसे बड़ा डायमंड मैन्युफेक्चरिग सेंटर माना जाता है. यहां 5,000 से ज़्यादा डायमंड मैन्युफेक्चरिग यूनिट्स हैं, जिनमें दुनिया की सबसे उन्नत हीरा काटने वाली फैक्ट्रियां भी शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, सूरत में ही दुनिया के करीब 90 फीसदी हीरे तराशे जाते हैं. इतना ही नहीं, यह दुनिया के 92 फेस नेचुरल डायमंड की मैन्युफैक्चरिंग करता है.
10 लाख लोगों को देती है रोजगार
रिपोर्ट के मुताबिक, सूरत में करीब 4,000 बड़ी और छोटी हीरा पॉलिशिंग और प्रोसेसिंग यूनिट्स हैं, जो लगभग 10 लाख लोगों को रोजगार प्रदान करती हैं.