फिलिस्तीन के साथ एकजुटता का राष्ट्रीय दिवस : वामपंथी दलों का प्रदर्शन
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कॉमरेड पूषण भट्टाचार्य ने कहा कि " भारत का फिलिस्तीन के साथ एकजुटता का गौरवशाली इतिहास रहा है।फिलिस्तीन को सबसे पहले भारत ने मान्यता दी थी।लेकिन अब भारत में प्रतिगामी प्रवृत्तियों की सरकार अमेरिका के दबाव में फिलिस्तीन को समर्थन देने से पीछे हट रही है ,यह अनुचित है और मानवता के खिलाफ है।फिलिस्तीन को न्याय दिलाने और इजराइल का अत्याचार रोकने के लिए जनता को लामबंद करना चाहिए

बेहतर सम्बन्धों की परम्परा को विकसित कर खुलकर फिलिस्तीन का समर्थन करना चाहिए
भोपाल ।फिलिस्तीन के साथ एकजुटता के राष्ट्रीय दिवस के आव्हान के तहत 17 जून 2025 को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने भोपाल के इतवारा चौराहे के समीप फिलिस्तीन के साथ एकजुटता का प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान " फिलिस्तीन का साथ ,मानवता का साथ " , " फिलिस्तीन को भूख और बदहाली से बचाना होगा " , " फिलिस्तीन के साथ एकजुटता को लाल सलाम " , " फिलिस्तीन पर अत्याचार बन्द करो " के गगनभेदी नारे लगाए गए।*
इस अवसर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कॉमरेड शैलेन्द्र शैली ने कहा कि " फिलिस्तीन के साथ एकजुटता का अर्थ मानवीय मूल्यों के साथ वामपंथी दलों की प्रतिबद्धता की अभिव्यक्ति है।मानवता की रक्षा के लिए फिलिस्तीन को भूख और बदहाली से बचाने के लिए सारी दुनिया की अमन पसन्द,प्रगतिशील ,वामपंथी ताकतों को एकजुट होकर जनता को लामबंद करना चाहिए और इजराइल द्वारा अमेरिका की शह पर फिलिस्तीन की जनता पर किए जा रहे अत्याचार का कड़ा प्रतिरोध करना चाहिए।भारत सरकार को भी फिलिस्तीन के साथ दशकों से जारी
बेहतर सम्बन्धों की परम्परा को विकसित कर खुलकर फिलिस्तीन का समर्थन करना चाहिए ।"
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कॉमरेड पूषण भट्टाचार्य ने कहा कि " भारत का फिलिस्तीन के साथ एकजुटता का गौरवशाली इतिहास रहा है।फिलिस्तीन को सबसे पहले भारत ने मान्यता दी थी।लेकिन अब भारत में प्रतिगामी प्रवृत्तियों की सरकार अमेरिका के दबाव में फिलिस्तीन को समर्थन देने से पीछे हट रही है ,यह अनुचित है और मानवता के खिलाफ है।फिलिस्तीन को न्याय दिलाने और इजराइल का अत्याचार रोकने के लिए जनता को लामबंद करना चाहिए। "
प्रदर्शन में कॉमरेड पी वी रामचन्द्रन,फिदा हुसैन,तेजराम टीग्गा ,हाजी मोहम्मद इमरान ,सुरेन्द्र जैन , पी एन वर्मा ,किशोरी वर्मा , उपेन्द्र यादव ,शेर सिंह, बी पी मिश्रा ,शहाबुद्दीन ,जितेन्द्र रैकवार ,राजू खान ,राजा खान ,
हुनेजा खान सहित बड़ी संख्या में वामपंथी दलों के सदस्य शामिल हुए