बिलासपुर में मेमू ट्रेन और मालगाड़ी की भयानक टक्कर, 6 यात्रियों की मौत, कई घायल
बिलासपुर के लालखदान में हावड़ा रूट पर मेमू ट्रेन और मालगाड़ी की जोरदार टक्कर हुई, जिसमें 6 यात्रियों की मौत और दर्जनों घायल हुए. कई डिब्बे पटरी से उतर गए. रेलवे और स्थानीय रेस्क्यू टीम्स राहत कार्य में जुटी हैं. ट्रेन परिचालन ठप, कुछ ट्रेनों को डायवर्ट या रद्द किया गया. हादसे की जांच के लिए उच्चस्तरीय कमिटी गठित की गई है.
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मंगलवार शाम बड़ा रेल हादसा हुआ. जयराम नगर के पास गेवरा रोड-बिलासपुर मेमू ट्रेन की मालगाड़ी से टक्कर हो गई. इस हादसे में लगभग 6 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए हैं.
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है. जहां मंगलवार शाम जयराम नगर स्टेशन के पास गेवरा रोड बिलासपुर (68733) मेमू लोकल ट्रेन की एक मालगाड़ी से आमने-सामने की टक्कर हो गई. हादसा गटोरा और बिलासपुर स्टेशन के बीच अप लाइन पर लगभग शाम 4 बजे हुआ है.
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक हादसे में करीब 6 लोगों की मौत हुई है और 2 से 3 लोगों के घायल होने की सूचना मिली है. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रेलवे प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है. मौके पर वरिष्ठ रेलवे अधिकारी और कर्मचारी पहुंच चुके हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) के अधिकारियों के अनुसार हादसे के कारण अप लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है. रेलवे ने सभी संसाधनों को घटनास्थल पर भेज दिया है और घायलों के इलाज के लिए जरूरी सभी कदम उठाए जा रहे हैं. फिलहाल, टक्कर कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है. मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और राहत दल मौजूद हैं.
छत्तीसगढ़ में बार-बार हादसे
छत्तीसगढ़ में ट्रेन हादसे कोई नई बात नहीं हैं. 2025 में अब तक तीन से ज्यादा रेल हादसे हो चुके हैं. हालांकि, इन हादसों में बड़ी जनहानि कम हुई है, लेकिन यह घटनाएं यात्रियों के लिए चिंता की बात जरूर हैं. हर बार रेलवे प्रशासन की लापरवाही या तकनीकी खामी को जिम्मेदार ठहराया जाता है, मगर हादसे रुक नहीं रहे.
ट्रेन के पहिए में फंसा लोहे का एंगल
अक्टूबर 2025 में कोरबा जिले के मड़वारानी स्टेशन के पास एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया. छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के पहियों के बीच अचानक एक भारी लोहे का एंगल फंस गया था. ट्रेन के रुकते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. रेलवे कर्मचारियों ने गैस कटर की मदद से घंटों की मशक्कत के बाद एंगल को निकाला. जरा सी देर होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था.
रेलवे ट्रैक पर बैठे युवकों की गई जान
जून 2025 में दल्लीराजहरा-कुसुमकसा रेल्वे लाइन पर एक दर्दनाक हादसा हुआ. पांच युवक रेल पटरी के किनारे बैठे थे, तभी अचानक ट्रेन आ गई. थकान की वजह से चार युवक पटरी पर ही सो गए थे. ट्रेन आने पर कुछ ने भागने की कोशिश की, लेकिन दो की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हादसा लोगों के लिए चेतावनी है कि लापरवाही कभी-कभी जानलेवा साबित हो सकती है.
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस