मुख्यमंत्री के निर्देश पर जनपद में गौशालाओं का निरीक्षण, गर्मी से बचाव के लिए पेयजल समेत सभी व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजाम के निर्देश*

उरई । मुख्यमंत्री एवं उत्तर प्रदेश शासन की प्राथमिकताओं में शामिल गौशालाओं की देखरेख और गौवंशों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन सक्रिय बना हुआ है। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी समेत जिला विकास अधिकारी निशांत एवं सभी उपजिलाधिकारियों ने जनपद के विभिन्न ग्रामों की गौशालाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ग्राम कैथी, दिरावटी, भाडरी, चमर सेना, पड़री, देवगांव, बेड़ा, ऐबरा सहित अन्य स्थानों की गौशालाओं में व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। इस दौरान संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए। जिला विकास अधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौशालाओं में पर्याप्त मात्रा में भूसा, हरा चारा एवं चुनी-चोकर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, गर्मी से बचाव के लिए भी समुचित प्रबंध किए जाएं। उन्होंने कहा कि सभी ग्राम सचिव एवं ग्राम पंचायत अधिकारी आगामी पाँच दिनों के भीतर अपने-अपने क्षेत्र की गौशालाओं में संरक्षित गोवंश की संख्या का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट खण्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से प्रस्तुत करें। यदि तय समय पर सत्यापन प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं होता है तो संबंधित कर्मचारियों का अप्रैल माह का वेतन रोका जाएगा। प्राप्त रिपोर्टों की जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा गहन जांच भी की जाएगी। गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला विकास अधिकारी ने पेयजल व्यवस्था की विशेष निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वृहद गौशालाओं में कार्यरत केयरटेकरों के कार्यों का स्पष्ट विभाजन किया जाए, ताकि नंदी, मादा एवं छोटे गोवंशों की देखरेख सुचारू रूप से की जा सके।