छांगुर बाबा की कोठी पर चला बुलडोजर, जाति देखकर लगाता था लड़कियों का रेट, कराता था धर्मांतरण
अवैध धर्मांतरण के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के आलिशान कोठी पर पुलिस प्रशासन का सख्त एक्शन देखने को मिला. मंगलवार को आठ बुलडोजर ने मधपुर स्थित आलीशान कोठी को मिट्टी में मिला दिया. ग्राम समाज की दो बीघे जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर यह कोठी बनाई गई थी.

योगी राज में हिंदू लड़कियों को मुस्लिम बनाने वाले छांगुर बाबा का काला साम्राज्य मिट्टी में मिला
Chhangur Baba House Demolished: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में अवैध धर्मांतरण रैकेट के सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की मधपुर गांव में स्थित आलीशान कोठी पर मंगलवार को प्रशासन ने बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. करीब दो बीघे सरकारी जमीन पर अवैध रूप से निर्मित इस कोठी को आठ बुलडोजरों की मदद से मिट्टी में मिला दिया गया. इस कार्रवाई को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अंजाम दिया गया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस मामले पर बयान जारी कर कठोर कार्रवाई का संदेश दिया.
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर हिंदू और अन्य गैर-मुस्लिम समुदाय की लड़कियों को बहला-फुसलाकर और प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने का गंभीर आरोप है. यूपी एटीएस ने शनिवार को छांगुर बाबा और उसकी पत्नी नीतू उर्फ नसरीन को बलरामपुर से गिरफ्तार किया था. जांच में पता चला कि छांगुर बाबा ने विदेशी फंडिंग के जरिए 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई थी, जिसका उपयोग अवैध धर्मांतरण, लग्जरी संपत्तियों और शोरूम खरीदने में किया गया. पुलिस को छांगुर बाबा के ठिकाने से एक डायरी भी मिली, जिसमें 100 से अधिक लोगों के नाम दर्ज थे, जिन्हें धर्मांतरण के लिए टारगेट किया गया था.
प्रशासन ने चस्पा की था बेदखली का नोटिस
प्रशासन ने सोमवार को छांगुर बाबा की कोठी पर तीन नोटिस चस्पा किए थे, जिसमें अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए सात दिन की मोहलत दी गई थी. हालांकि, मंगलवार सुबह भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन ने कोठी पर बुलडोजर चला दिया. तहसीलदार उतरौला के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई, जिसमें कोठी का अवैध हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया. इस कोठी की अनुमानित कीमत 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है. प्रशासन के अनुसार, यह कोठी ग्राम सभा की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी और यहीं से छांगुर बाबा अपने अवैध धर्मांतरण नेटवर्क का संचालन करता था.
बहू ने बेदखली नोटिस का किया था विरोध
जब प्रशासन की टीम नोटिस चस्पा करने पहुंची थी, तो छांगुर बाबा की बहू ने विरोध किया और पैमाइश नहीं होने दी थी. इसके बावजूद, प्रशासन ने मंगलवार को ताला तोड़कर कार्रवाई शुरू की. इस दौरान कोठी में रहने वाले छांगुर बाबा के सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन और उनके पति नवीन रोहरा के आवास को भी ध्वस्त किया गया.
मुख्यमंत्री योगी का सख्त बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा, “हमारी सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी जलालुद्दीन की गतिविधियां समाज विरोधी ही नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं. उत्तर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी. आरोपी और उसके गिरोह से जुड़े सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी और उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.” उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में शांति, सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को भंग करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है और उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जो समाज के लिए उदाहरण बने.
विदेशी फंडिंग और राष्ट्रविरोधी गतिविधियां
यूपी एटीएस की जांच में खुलासा हुआ कि छांगुर बाबा ने खाड़ी देशों से अपने बैंक खातों में करोड़ों रुपये की फंडिंग प्राप्त की थी. वह पिछले कुछ वर्षों में 40 बार इस्लामिक देशों का दौरा कर चुका था. जांच में यह भी सामने आया कि छांगुर बाबा ने जाति के आधार पर धर्मांतरण के लिए “रेट लिस्ट” बनाई थी और नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया. इसके अलावा, उसके पास से मिले साहित्य से संकेत मिले कि वह इस्लामिक राष्ट्र स्थापना के लिए काम कर रहा था. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एनआईए और ईडी से संयुक्त जांच की मांग की है.
सोशल मीडिया पर चर्चा
इस कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर छांगुर बाबा और बुलडोजर एक्शन की खूब चर्चा हो रही है. कई यूजर्स ने योगी सरकार की इस कार्रवाई की सराहना की और इसे अपराधियों के खिलाफ सख्त नीति का हिस्सा बताया. एक यूजर ने लिखा, “छांगुर बाबा की कोठी पर बुलडोजर कार्रवाई योगी सरकार की अपराधमुक्त उत्तर प्रदेश की प्रतिबद्धता का प्रतीक है.” वहीं, कुछ लोगों ने इसे धार्मिक आधार पर कार्रवाई बताकर सवाल भी उठाए.