सीएम मोहन यादव का सख्त कदम, डीएसपी के साले की हत्या मामले में दो पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज,कड़ा संदेश : क़ानून सबके लिए बराबर

भोपाल की सड़क पर एक युवा इंजीनियर को लाठियों से पीटकर मार डालने के आरोपित पुलिस आरक्षकों पर हत्या का केस चलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सख्ती के बाद शहर के पिपलानी थाने में निलंबित आरक्षक सौरभ आर्य और संतोष बामनिया के खिलाफ हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई है।

सीएम मोहन यादव का सख्त कदम, डीएसपी के साले की हत्या मामले में दो पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज,कड़ा संदेश : क़ानून सबके लिए बराबर

भोपाल में पुलिस की पिटाई से हुई युवक की मौत का मामला तूल पकड़ रहा है। सीएम मोहन यादव ने इस मामले में बड़ा एक्शन लिया है। सीएम मोहन यादव के निर्देश पर दो पुलिसकर्मियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज हुआ है।

पिपलानी इलाके में डीएसपी के साले की मौत के मामले में उसके साथ मारपीट करने वाले आरक्षकों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। आरोपी आरक्षकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कार्रवाई के जरिए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कड़ा संदेश दिया है कि क़ानून सबके लिए बराबर है। अपराध करने वाला कोई भी हो उसे बख़्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के निर्देश पर ही दो पुलिसकर्मियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। 

जानकारी के अनुसार उदित दोस्तों के साथ सी सेक्टर इंद्रपुरी में गुरुवार की रात पार्टी कर रहा था। इसी दौरान पिपलानी थाने के दो आरक्षक सौरभ आर्य और संतोष बामनिया वहां पर पहुंचे। उन्होंने उसके साथ जमकर मारपीट की। दोस्तों न उसे इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया था। वहां उसकी मौत हो गई। वहीं उसके परिवार वालों का कहना है कि उदित की नौकर लगी थी। इसकी खुशी वो मना रहा था।

मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव का कड़ा संदेश

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि राज्य में कानून और व्यवस्था के प्रति कोई समझौता नहीं किया जाएगा, चाहे आरोपी किसी भी पद या पदाधिकारी का क्यों न हो। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभी पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अपराधियों को जल्द से जल्द कानून के कठोर दायरे में लाया जाएगा।

भोपाल पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को चिन्हित कर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव का यह संदेश राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।