साहब मैं जिंदा हूं, मेरा पोस्टमॉर्टम रुकवाइए’… जिसे पुलिस समझ रही थी मरा, वो पहुंच गया थाने
युवक के जिंदा होने की खबर जैसे ही उसके परिजनों को मिली, उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। अब पुलिस लावारिस शव की दोबारा शिनाख्त कराने का प्रयास कर रही है। मामला घाटमपुर थाना क्षेत्र का है।

कानपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने पंचनामा भरकर शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। दूसरे दिन वही युवक घाटमपुर थाने पहुंचकर बोला- साहब! मैं जिंदा हूं, मेरा पोस्टमॉर्टम रुकवाइए। यह सुनकर थाने में मौजूद पुलिसकर्मी दंग रह गए।
कानपुर:कभी-कभार ही ऐसा होता है, जब किसी युवक की मौत हो जाए और वह अचानक सामने आ जाए. शुक्रवार को ऐसा ही मामला कानपुर के घाटमपुर थाना क्षेत्र में सामने आया. जिस अजय को परिजन मरा हुआ समझ रहे थे, वह अचानक ही परिजनों के सामने आ गया. इस घटना ने सबको हैरान कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को घाटमपुर थाने की पुलिस को फ्लाईओवर के नीचे एक शव मिला था. पड़ताल के दौरान पुलिस को पता चला कि कानपुर देहात के इंदरुख निवासी अजय संखवार की मौत हुई है और यह उसकी ही डेडबॉडी है. आनन-फानन ही पुलिस ने अजय के परिजनों को बुलाया. परिजनों ने शव की हालत देखकर केवल कद-काठी और चेहरे के आकार से समझा कि अजय की मौत हो गई है. परिजन मौके पर ही फूट-फूटकर रोने लगे.
उस समय परिजनों ने पुलिस को बताया कि अजय भीतरगांव स्थित एक भट्ठे पर काम करता था. शुक्रवार को जब शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया तो पुलिसकर्मी उस भट्ठे पर पहुंचे, जहां अजय काम करता था.
घाटमपुर थाने में पहुंचा अजय बोला- मैं तो जिंदा हूं: शुक्रवार को जब अजय घाटमपुर थाने पहुंचा तो उसका कहना था, कि मैं तो जिंदा हूं. इस मामले को लेकर अजय के परिजन व पुलिसकर्मी जरूर गंभीर थे, मगर अजय के चेहरे पर हल्की मुस्कान थी. वहीं, परिजनों ने जब अजय को जिंदा देखा तो उसे गला लगा लिया. अब घाटमपुर पुलिस ने गुरुवार को मिले शव को लावारिस माना है. वहीं, नियमानुसार अब उस शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. एसीपी घाटमपुर कृष्णकांत ने बताया कि अजय को जीवित देख सभी खुश थे. अब वह डेडबॉडी किसकी है, यह शिनाख्त कराई जा रही है.