ऑपरेशन सिंदूर के बाद गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला, छुट्टी पर गए जवानों को तत्काल बुलाया वापस

पाकिस्तान पर हमले के बाद भारतीय सेना पूरी तरह से एक्टिव है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमावर्ती राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया है. अर्धसैनिक बलों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है. उन्हें तुरंत काम पर लौटने का निर्देश दिया गया है.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला, छुट्टी पर गए जवानों को तत्काल बुलाया वापस

Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले का ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से करारा जवाब देने के बाद अब भारत का अगला कदम और भी सधा और सख्त नजर आ रहा है। गृह मंत्री अमित शाह ने सभी अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों को निर्देश दिया है कि जो भी जवान छुट्टी पर हैं, उन्हें तुरंत ड्यूटी पर वापस बुलाया जाए।

सूत्रों के मुताबिक, शाह लगातार जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से संपर्क में हैं। उन्होंने ये भी निर्देश दिए कि बॉर्डर इलाकों में रहने वाले आम लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जाए और बंकरों को तैयार रखा जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर लोग वहां शरण ले सकें।

“हर हमले का जवाब मिलेगा”: अमित शाह

गृह मंत्री ने साफ कहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की तरफ से उस दरिंदगी का जवाब था, जिसमें पहलगाम में 22 अप्रैल को 26 बेगुनाह लोगों की जान गई थी। शाह ने कहा, “मोदी सरकार आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। भारत पर कोई हमला अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

उन्होंने यह भी बताया कि देश की आंतरिक सुरक्षा की लगातार समीक्षा हो रही है और सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

इसी सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दोपहर 2 बजे सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों, डीजीपी और मुख्य सचिवों के साथ बैठक बुलाई है। बैठक में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल के सीएम और लद्दाख के एलजी और जम्मू-कश्मीर के एलजी हिस्सा लेंगे।

अभी पिक्चर बाकी है…”: जनरल नरवणे

इस बीच, भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे का एक ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। उन्होंने लिखा – “अभी पिक्चर बाकी है…”। उनके इस संकेत भरे ट्वीट से अटकलें तेज हो गई हैं कि आने वाले दिनों में भारत आतंकियों और उनके मददगारों पर और भी जोरदार कार्रवाई कर सकता है।

अमित शाह और नरवणे की बातों से कयास लगाए जा रहे हैं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ शुरुआत है। भारत अब आतंक की जड़ों तक जाकर उसे खत्म करने के मूड में है।